कश्मीर में हाल ही में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। भारत ने इस घटना के बाद कड़ा रुख अपनाते हुए सैन्य कार्रवाई के संकेत दिए हैं। वहीं पाकिस्तान ने अमेरिका से हस्तक्षेप की अपील की है।
अमेरिका से हस्तक्षेप की अपील
पाकिस्तान के अमेरिका स्थित राजदूत रिजवान सईद शेख ने अमेरिकी पत्रिका न्यूजवीक को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि कश्मीर क्षेत्र दुनिया का सबसे संवेदनशील संघर्ष बिंदु बन चुका है, जहां किसी भी समय परमाणु युद्ध की स्थिति बन सकती है। उन्होंने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से अनुरोध किया कि वे भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करें ताकि वैश्विक शांति को खतरे से बचाया जा सके।
भारत पर लगाया झूठे हमले का आरोप
शेख ने दावा किया कि पाकिस्तान अब सैन्य टकराव नहीं, बल्कि आर्थिक विकास की राह पर है, और क्षेत्रीय शांति उसके लिए अनिवार्य है। इसके विपरीत भारत ने हालिया आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराते हुए सेना को पूरी छूट दे दी है। पाकिस्तान ने पलटवार करते हुए इस हमले को ‘फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन’ बताया है और खुद को एक पीड़ित देश के रूप में पेश किया है।
‘शांति में सम्मान चाहते हैं, लेकिन झुकेंगे नहीं’
राजदूत ने कहा कि पाकिस्तान एक छोटा राष्ट्र होते हुए भी सम्मानजनक शांति चाहता है, लेकिन यदि युद्ध थोपा गया तो वह ‘सम्मान के साथ लड़ने’ को भी तैयार है। उन्होंने कश्मीर को भारत-पाक के बीच सभी तनावों की जड़ बताते हुए इसे हल करने के लिए अमेरिका से निर्णायक भूमिका निभाने की अपील की।