नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ घंटों चली ऑल पार्टी मीटिंग के बाद आर्टिकल 370 की बहाली को लेकर संघर्ष जारी रखने का ऐलान किया है। हालांकि, उन्होंने कहा है कि आज की बातचीत बहुत ही अच्छे माहौल में हुई, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह से भाजपा ने धारा-370 हटाने के लिए 70 साल इंतजार किया, वो इसे हटाने के लिए महीनों और वर्षों संघर्ष जारी करने के लिए तैयार हैं। लेकिन, पाकिस्तान को लेकर उनके तेवर आज बदले-बदले नजर आए हैं।
हम जम्मू-कश्मीर में 370 बहाल करेंगे- महबूबा मुफ्ती
पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती की पाकिस्तान को लेकर सुर पीएम मोदी के साथ बैठक के बाद नरम जरूर पड़े हैं, लेकिन आर्टिकल 370 को लेकर उनका पुराना राग बरकरार है। उन्होंने कहा है कि “जम्मू-कश्मीर के लोग संवैधानिक, लोकतांत्रिक और शांतिपूर्वक संघर्ष करेंगे। चाहे महीने लग जाएं या साल लग जाएं, हम जम्मू-कश्मीर में 370 बहाल करेंगे। क्योंकि, यह हमारी पहचान की बात है, ये हमें पाकिस्तान से नहीं मिला था। ये हमारे मुल्क ने, जवाहर लाल नेहरू ने, सरदार वल्लभ भाई पटेल ने खुद हमको दिया था….”
महबूबा ने कहा है कि आर्टिकल 370 कश्मीर के लोगों की पहचान है, यह उनकी डोमिसाइल और जॉब को सुरक्षित करता है और इसपर वो कोई समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने असंवैधानिक तरीके से 5 अगस्त, 2019 को इसे हटाया था, जिसको लेकर वहां के लोग गुस्से में हैं, नाराज हैं।
हालांकि, महबूबा ने हाल में पाकिस्तान के साथ सीजफायर करने की सरकार के कदम की सराहना की है और कहा है कि इसके चलते घुसपैठ रुका है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि “अगर जम्मू-कश्मीर के लोगों को सुकून मिलता है, आराम मिलता है तो उसके लिए आपको (सरकार को) पाकिस्तान से फिर बात करनी पड़े तो करनी चाहिए।” उन्होंने पाकिस्तान के साथ व्यापार रुकने पर भी चिंता जाहिर की है और इसके लिए भी सरकार से पाकिस्तान के साथ बात करने का आह्वान किया है। इसके अलावा उन्होंने जेलों में बंद वैसे बंदियों की रिहाई की वकालत की है, जिनपर गंभीर आरोप नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया है कि बीते दो साल में वहां के कारोबारी, पर्यटन उद्योग में लगे लोगों को काफी नुकसान हुआ है और इसके लिए उन्होंने सरकार से पैकेज के ऐलान की मांग की है। बता दें कि पीएम मोदी के साथ इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के सभी प्रमुख दलों के नुमाइंदों ने हिस्सा लिया है।