उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा (Mainpuri Loksabha) सीट पर हुए उपचुनाव में सपा प्रत्याशी डिंपल यादव (Dimple Yadav) आगे चल रही हैं। वहीं रामपुर (Rampur) और खतौली (Khatauli) विधानसभा सीट पर उपचुनावों की मतगणना में बीजेपी (BJP) उम्मीदवार आगे हैं। बिहार के कुढ़नी से भाजपा के उम्मीदवार केदार प्रसाद गुप्ता आगे चल रहे है। राजस्थान के सरदारशहर से कांग्रेस नेता अनिल कुमार शर्मा आगे चल रहे हैं। ओडीशा के पदमपुर से बीजद उम्मीदवार वर्षा सिंह बरिहा और छत्तीसगढ़ की भानुप्रतापपुर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार सावित्री मंडावी फिलहाल आगे चल रही है।
मैनपुरी में डिंपल यादव बीजेपी उम्मीदवार रघुराज शाक्य से ज्यादा अंतर से आगे हैं। इटावा जिले के डीएम और निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि दोपहर साढ़े बारह बजे तक मतगणना पूरी हो जाएगी। वहीं, पांच राज्यों के छह विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव की मतगणना भी जारी है। पहले घंटे में पोस्टल बैलेट की गिनती की गई। उसके बाद ईवीएम की गिनती शुरू होने के साथ ही नतीजे के रुझानों आने लगे।
गुजरात (Gujarat) और हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) विधानसभा चुनाव के परिणाम के अलावा आज पांच राज्यों में हुए उपचुनाव के नतीजे भी 8 दिसंबर को आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh), राजस्थान (Rajasthan), ओडिशा (Odisha), बिहार (Bihar) और छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के छह विधानसभा सीटों पर और यूपी की मैनपुरी लोकसभा सीट पर 5 दिसंबर को ही उपचुनाव (By-Election) के लिए मतदान हुए थे।
Mulayam Singh Yadav के निधन से खाली हुई थी मैनपुरी सीट
समाजवादी के संस्थापक रहे मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के निधन के बाद उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट खाली होने से वहां उपचुनाव कराया गया था। सपा ने यहां मुलायम सिंह की बड़ी बहू और सपा अखिलेश यादव की पत्नी पूर्व सांसद डिंपल यादव को उम्मीदवार बनाया था। गुजरात और हिमाचल प्रदेश के साथ-साथ पांच राज्यों के कुल छह विधानसभा सीटों और मैनपुरी लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव के परिणाम भी आज मतगणना के बाद सामने आएंगे।
यूपी में भाजपा बनाम सपा (SP vs BJP in UP)
उत्तर प्रदेश के दो विधानसभा सीटों और एक लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में मुख्य रूप से भाजपा और सपा के बीच लड़ाई रही। आजम खान की वजह से रामपुर सीट और मुलायम सिंह यादव की वजह से मैनपुरी सीट पर सबकी नजर है।
अक्टूबर में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट (Mainpuri Loksabha Seat) खाली हुई थी। मुलायम इस सीट पर 1996 से पांच बार जीते थे। उनकी मौत के बाद सपा ने इस सीट पर अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव (Dimple Yadav) को उतारा था। उनके सामने भाजपा के रघुराज सिंह शाक्य ने चुनाव लड़ा था। रघुराज शाक्य अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव ( Shivpal Singh Yadav) के पूर्व सहयोगी रह चुके हैं। आजमगढ़ की सीट हारने के बाद सपा के लिए मैनपुरी सीट और भी महत्वपूर्ण हो गई है।
विधानसभा के उपचुनाव
भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट (Bhanupratap Assembly Seat):
कांग्रेस मनोज सिंह मंडावी की मौत के बाद छत्तीसगढ़ का भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट हुआ था। कांग्रेस ने उपचुनाव में मंडावी की पत्नी सावित्री को मैदान में उतारा था। इस सीट पर उपचुनाव में कुल सात उम्मीदवार खड़े हुए थे, लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस ( BJP vs Congress) के बीच ही बताया जा रहा है। भाजपा ने इस सीट से पूर्व विधायक ब्रह्मानंद नेताम को उतारा था।
खतौली विधानसभा सीट (Khatauli Assembly Seat):
2013 के मुजफ्फरनगर दंगा मामले में भाजपा विधायक विक्रम सिंह सैनी ( Vikram Singh Saini) की सदस्यता रद्ध होने के बाद उत्तर प्रदेश का खतौली विधानसभा सीट खाली हो गया था। उपचुनाव में भाजपा ने इस सीट से विक्रम सिंह सैनी की पत्नी राजकुमारी सैनी को टिकट दिया था। वहीं रालोद और सपा ने संयुक्त रूप से मदन भैया मैदान में उतारा था। बसपा और कांग्रेस ने इस सीट पर अपना कोई प्रत्याशी नहीं उतारा था।
कुढ़नी विधानसभा सीट (Kurhani Assembly Seat ):
कुढ़नी (Kurhani Assembly Seat) विधायक अनिल कुमार साहनी को अक्टूबर में बिहार विधानसभा से अयोग्य घोषित कर दिया था। सीबीआई अदालत ने उन्हें धोखाधड़ी के मामले में दोषी पाया था। तब से कुढ़नी सीट खाली था। उपचुनाव में भाजपा ने केदार गुप्ता को टिकट दिया। वहीं, प्रदेश में सत्तारूढ़ जदयू ने मनोज सिंह कुशवाहा को उतारा था।
पदमपुर विधानसभा सीट (Padampur Assembly Seat ):
अक्टूबर में बीजू जनता दल (BJD) के विधायक बिजय रंजन सिंह बरिहा के निधन के बाद से ओडिशा का पदमपुर सीट खाली था। उपचुनाव में बीजद ने बिजय की बेटी वर्षा सिंह बरिहा को टिकट दिया था। वहीं भाजपा (BJP) ने पूर्व विधायक प्रदीप पुरोहित को मैदान में उतारा था।
रामपुर विधासभा सीट ( Rampur Assembly Seat):
नफरत फैलाने वाले भाषण मामले में दोषी पाए जाने के बाद सपा नेता आजम खान (SP Leader Azam Khan) विधायक पद के लिए अयोग्य घोषित कर दिए गए थे। उसके बाद से रामपुर विधासभा सीट खाली थी। उपचुनाव में सपा ने आजम खान के करीबी आसिम रजा को मैदान में उतारा। वहीं भाजपा ने पूर्व विधायक शिव बहादुर सक्सेना के बेटे आकाश सक्सेना को टिकट दिया था।
सरदारशहर विधानसभा सीट (Sardarshahar Assembly Seat ) :
कांग्रेस विधायक (Congress MLA) भंवर लाल शर्मा के निधन के बाद राजस्थान की सरदारशहर सीट खाली हुई थी। उपचुनाव में कांग्रेस ने शर्मा के बेटे अनिल को टिकट दिया था। वहीं भाजपा ने पूर्व विधायक अशोक कुमार पिंचा को अपना उम्मीदवार बनाया था।