लखनऊ। काकोरी कांड की 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर इस बार 19वां अयोध्या फिल्म फेस्टिवल राजधानी लखनऊ में आयोजित किया जाएगा। यह तीन दिवसीय कार्यक्रम 6 से 8 अगस्त तक बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (बीबीएयू) के सभागार में आयोजित होगा। शुक्रवार को कुलपति प्रो. राजकुमार मित्तल की अध्यक्षता में फेस्टिवल का पोस्टर विमोचन किया गया।
फेस्टिवल के संस्थापक डॉ. शाह आलम राणा और चेयरमैन प्रो. मोहन दास ने बताया कि इस बार भी आम दर्शकों के लिए प्रवेश पूरी तरह नि:शुल्क रहेगा। पोस्टर विमोचन कार्यक्रम में महुआ डाबर संग्रहालय और बीबीएयू के इतिहास विभाग की प्रमुख भूमिका रही। इस अवसर पर प्रो. शाह अयाज सिद्दीकी, जी.पी. सिन्हा, किरण बाला चौधरी, अरविंद सिंह और प्रतीक्षित सिंह भी मौजूद रहे।
तीन दिवसीय कार्यक्रम में इतिहास और कला का संगम
फेस्टिवल में काकोरी आंदोलन से जुड़ी दुर्लभ वस्तुओं की प्रदर्शनी, ऐतिहासिक फिल्मों का प्रदर्शन, विचार गोष्ठियां, किस्सागोई, चित्रकला प्रतियोगिता, फिल्म कार्यशाला, पुस्तक विमोचन और क्विज जैसी विविध गतिविधियाँ आयोजित होंगी। स्वतंत्रता संग्राम और इतिहास पर आधारित करीब 290 फिल्में दिखाई जाएंगी। इनके चयन में अंतरराष्ट्रीय फिल्मकारों और कलाकारों की अहम भूमिका रही है, जिनमें इटली के निर्देशक आंद्रेआ फॉर्टिस, फ्रांस के संगीतकार रघुनाथ मानेट, लेखिका एवं पर्यावरण कार्यकर्ता अनुषा श्रीनिवासन अय्यर, फिल्म निर्माता धीरज कश्यप, टीवी पत्रकार डॉ. दीप्ति शर्मा और अभिनेता संजीव विरमानी शामिल हैं।
रक्षाबंधन के जरिये अमर शहीदों को श्रद्धांजलि
इस बार राखी के माध्यम से स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। साथ ही आज़ादी की लड़ाई में महिलाओं की भूमिका को भी विशेष रूप से रेखांकित किया जाएगा।
32 देशों के प्रतिभागी लेंगे हिस्सा
इस अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में 32 से अधिक देशों के फिल्म निर्माता, लेखक, इतिहासकार और शोधकर्ता भाग लेंगे। इन देशों में जापान, अमेरिका, फ्रांस, ब्राज़ील, यूनाइटेड किंगडम, रूस, नेपाल, तुर्की, मैक्सिको और इटली जैसे नाम शामिल हैं।