वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को मंत्रियों के साथ हुई महत्वपूर्ण बैठक में कहा कि सरकार नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी सुधारों को तेजी से लागू करने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने बताया कि इन सुधारों का सीधे तौर पर लाभ आम जनता, किसानों, मध्यम वर्ग और छोटे व्यापारियों (MSME) को मिलेगा।
वित्त मंत्री ने स्पष्ट किया कि जीएसटी दरों में प्रस्तावित बदलाव से लोगों के खर्चे कम होंगे और महंगाई पर नियंत्रण में मदद मिलेगी। उम्मीद जताई जा रही है कि ये सुधार दिवाली तक लागू किए जा सकते हैं, ताकि त्योहारी सीजन में जनता को राहत मिल सके।
किसानों और छोटे व्यापारियों को होगा फायदा
निर्मला सीतारमण ने कहा कि प्रस्तावित बदलाव खासतौर पर उन वस्तुओं और सेवाओं पर केंद्रित हैं, जो किसानों और छोटे उद्योगों से जुड़ी हैं। खेती और छोटे व्यवसायों में इस्तेमाल होने वाली कई वस्तुएं अब कम जीएसटी स्लैब में आएंगी, जिससे टैक्स कम होगा और लागत घटेगी। इसका फायदा किसानों और MSMEs दोनों को मिलेगा।
मध्यम वर्ग के लिए जरूरी सामान सस्ते होंगे
वित्त मंत्री ने बताया कि सरकार घरेलू उपयोग की कई वस्तुओं, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, बीमा और मेडिकल सेवाओं पर भी जीएसटी स्लैब घटाने की योजना बना रही है। इससे मध्यम वर्ग के लिए रोजमर्रा की चीजें अधिक किफायती होंगी।
सरकार की योजना क्या है
बैठक में निर्मला सीतारमण ने कहा कि जीएसटी प्रणाली को सरल और समझने में आसान बनाने के लिए तीन प्रमुख कदम उठाए जाएंगे। इसमें संरचनात्मक सुधार भी शामिल हैं, ताकि टैक्स देने की प्रक्रिया आसान हो सके। इसके तहत कई वस्तुओं को केवल दो मुख्य स्लैब – 5% और 18% – में शामिल करने का प्रस्ताव है, जिससे लोगों को भ्रम न हो और टैक्स भुगतान सरल हो।