बीजेपी ने जितेंद्र सिंह बबलू को पार्टी से निकाला, रीता बहुगुणा जोशी ने जताई थी आपत्ति

लखनऊ: बीजेपी सांसद व पूर्व मंत्री रीता बहुगुणा जोशी द्वारा खुलकर विरोध किए जाने के बाद हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए जितेंद्र सिंह बबलू को पार्टी से बाहर कर दिया गया है। बबलू के बीजेपी में आने पर रीता बहुगुणा ने नाराज़गी जताई थी। बता दें कि बबलू पर रीता बहुगुणा के घर में आग लगाने का आरोप है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने मंगलवार को पार्टी में शामिल करने के एक सप्ताह के भीतर हीं बबलू की पार्टी सदस्यता निरस्त कर दी। पूर्व विधायक बबलू चार अगस्त को बीजेपी में शामिल हुए थे। उनको पार्टी में शामिल करने पर रीता बहुगुणा जोशी ने आपत्ति की थी। मंगलवार को बीजेपी मुख्यालय से जारी बयान में पार्टी के प्रदेश मीडिया सह प्रभारी हिमांशु दुबे ने बताया कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने पूर्व विधायक जितेंद्र सिंह बबलू की पार्टी से सदस्यता निरस्त कर दी है। 

हिमांशु दुबे ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उनके (बबलू) मामले की जांच होगी और सभी पक्षों पर विचार विमर्श के बाद उनकी सदस्यता पर निर्णय किया जाएगा। आज सभी पक्षों के अवलोकन के बाद प्रदेश अध्यक्ष ने यह फैसला किया। गौरतलब है कि सांसद रीता बहुगुणा जोशी के घर में आग लगाने के मामले में आरोपी रहे बीएसपी के पूर्व विधायक जितेंद्र सिंह बबलू चार अगस्‍त को यहां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हुए थे। 

उन्होंने पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ली थी। जितेंद्र सिंह का नाम उत्तर प्रदेश कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष एवं वर्तमान में बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी के घर में वर्ष 2009 में आग लगाने के मामले में मुख्य आरोपियों में शामिल रहा है। उनके बीजेपी में शामिल होने पर जोशी ने कहा था कि जितेंद्र सिंह बबलू के पार्टी में शामिल होने के समाचार से स्तब्ध हूं। 

जोशी ने कहा, “उन्होंने 2009 में, जिस समय मैं मुरादाबाद जेल में बंद थी, उस समय सरोजनी नायडू मार्ग, लखनऊ स्थित मेरे निवास को आग लगाने में बड़ी भूमिका निभाई थी। पूरे भारत में टेलीविज़न पर वह दिखाई दिए थे तथा तहकीकात में वह आरोपी पाए गए थे।” उन्होंने मीडिया को दिए बयान में कहा, ‘‘मुझे पूर्ण विश्वास है कि उन्होंने यह तथ्य पार्टी से छिपाकर बीजेपी की सदस्यता प्राप्त की है। मैं प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव और राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से उनकी सदस्यता निरस्त करने की बात करूंगी।’’

लखनऊ स्थित जोशी के घर में आगजनी की घटना के समय मायावती प्रदेश की मुख्यमंत्री थीं। बीएसपी समर्थकों ने जोशी पर बीएसपी प्रमुख के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया था। चार अगस्त को बीजेपी प्रदेश कार्यालय द्वारा जारी बयान में कहा गया था कि प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने बीजेपी की पट्टिका पहनाकर जितेन्द्र कुमार सिंह (अयोध्या) को बीजेपी परिवार में शामिल कराया है।

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