लाइव टीवी डिबेट में भाजपा प्रवक्ता पिंटू महादेव की ओर से कांग्रेस नेता राहुल गांधी को गोली मारने की धमकी दिए जाने का मामला तूल पकड़ गया है। कांग्रेस ने इस घटना को लोकतंत्र और संविधान पर हमला करार देते हुए भाजपा नेतृत्व से तत्काल कार्रवाई और माफी की मांग की है।
कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने सोशल मीडिया पर जारी बयान में कहा कि भाजपा प्रवक्ता ने राष्ट्रीय टीवी चैनल पर विपक्ष के नेता को गोली मारने की धमकी देकर महात्मा गांधी और इंदिरा गांधी की हत्या जैसी घटनाओं की याद दिला दी। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यह राहुल गांधी की सुरक्षा से जुड़ा गंभीर षड्यंत्र है? प्रतापगढ़ी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से पूछा कि उनकी पार्टी ऐसे बयानों पर चुप क्यों है और क्या दोषियों पर कोई कार्रवाई होगी।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि जब विचारधारा की लड़ाई हारने लगते हैं, तब हिंसा का सहारा लिया जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी को धमकी देना लाखों गरीब और वंचित वर्गों की आवाज दबाने की साजिश का हिस्सा है।
इसी तरह, कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी भाजपा से जुड़े लोग राहुल गांधी के खिलाफ सिर काटने और जुबान काटने जैसी बातें कह चुके हैं। उन्होंने राहुल गांधी की सुरक्षा पर चिंता जताते हुए कहा कि टीवी पर खुलेआम हत्या की धमकी दिए जाने के बावजूद कार्रवाई न होना बेहद खतरनाक संकेत है।
भाजपा प्रवक्ता के बयान को लेकर कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने विरोध दर्ज कराया है और इसे लोकतांत्रिक मूल्यों पर सीधा हमला बताया है। वहीं, अब तक भाजपा की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया या कार्रवाई सामने नहीं आई है।