कोविड काल के बाद शेयर बाजार में छह हफ्तों की गिरावट के बाद, 8 अगस्त तक सेंसेक्स 80 हजार अंक के नीचे आ गया था और निफ्टी की वैल्यूएशन भी कम हो गई थी। लेकिन सोमवार को बाजार में बुलिश रुझान साफ दिखा, जहां सेंसेक्स में लगभग 750 अंक की तेजी आई और निफ्टी में भी करीब 222 अंकों का इजाफा हुआ। विशेषज्ञों के अनुसार, लगातार गिरावट के कारण वैल्यूएशन घट गई थी, जिससे बाजार में निवेश के अवसर बढ़ गए।
रुपए की मजबूती और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट ने भी इस तेजी को प्रोत्साहित किया। इसके अलावा एशियाई बाजारों में सकारात्मक माहौल और एम्फी द्वारा म्यूचुअल फंड के आंकड़े जारी करने के बाद शेयर बाजार में बढ़ोतरी देखी गई।
सोमवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 746.29 अंक की तेजी के साथ 80,604.08 अंक पर बंद हुआ। दिन के दौरान यह 778 अंक की तेजी के साथ 80,636.05 अंक तक पहुंचा। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 221.75 अंक बढ़कर 24,585.05 अंक पर बंद हुआ। कारोबार की शुरुआत निफ्टी 24,600.85 अंक पर हुई थी। विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले दिनों में भी बाजार में और तेजी बनी रह सकती है।
बीएसई के टॉप 30 शेयरों में से 27 में तेजी देखी गई जबकि 3 शेयर मामूली गिरावट के साथ बंद हुए। टाटा मोटर्स में सबसे अधिक 3.24 प्रतिशत की तेजी हुई। इसके अलावा इटरनल, ट्रेंट, एसबीआई, अल्ट्रा सीमेंट जैसे शेयरों में 2 से 3 प्रतिशत की बढ़त दर्ज हुई। एलएंडटी, अडानी पोर्ट, रिलायंस इंडस्ट्रीज, कोटक बैंक, एक्सिस बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक और सनफार्मा के शेयरों में 1 प्रतिशत से अधिक की तेजी रही। दूसरी ओर, मारुति, भारती एयरटेल और बीईएल के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए।
इस तेजी से निवेशकों को बड़ा लाभ हुआ है। बीएसई के मार्केट कैप में शुक्रवार को 4,40,63,525.24 करोड़ रुपये थे, जो सोमवार को बढ़कर 4,44,02,931.76 करोड़ रुपये हो गया। इसका मतलब है कि बाजार पूंजीकरण में 3,39,406.52 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है। जबकि पिछले सप्ताह निवेशकों को 4.72 लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ था।