कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने आवारा कुत्तों को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि हर शहर और कस्बे में इन आदेशों का सख्ती से पालन होना चाहिए। चिदंबरम ने ट्वीट के जरिए बताया कि आवारा कुत्तों को पकड़कर उन्हें उचित डॉग शेल्टरों में रखना कोई मुश्किल काम नहीं है, इसके लिए बस शहर के बाहरी इलाकों में सरकारी या नगरपालिका की जमीन उपलब्ध होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि जमीन को समतल कर बाड़ लगाकर कुत्तों को सुरक्षित जगह पर रखा जाना चाहिए। साथ ही उनके खाने-पीने का भी उचित इंतजाम होना आवश्यक है। कुत्तों के लिए भोजन और पानी की व्यवस्था सस्ते और किफायती तरीके से की जा सकती है। चिदंबरम ने यह भी कहा कि समय के साथ बेहतर उपायों पर विचार किया जा सकता है, लेकिन सबसे पहले आवारा कुत्तों को इकट्ठा कर सुरक्षित रखा जाना जरूरी है ताकि सड़कें बच्चों, बुजुर्गों और आम लोगों के लिए सुरक्षित बन सकें।
सुप्रीम कोर्ट ने आवारा कुत्तों को लेकर क्या आदेश दिया?
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में बढ़ रहे आवारा कुत्तों की समस्या को देखते हुए आठ हफ्तों के भीतर सभी आवारा कुत्तों को पकड़कर सुरक्षित स्थानों पर रखने का आदेश दिया है। कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि अगर कोई इस कार्य में बाधा डालेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही सभी संबंधित विभागों को रोजाना कितने कुत्ते पकड़े गए इसका रिकॉर्ड रखने का निर्देश भी दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट का उद्देश्य दिल्ली-एनसीआर को आवारा कुत्तों से मुक्त करना है ताकि सभी, विशेषकर बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग, सड़क पर सुरक्षित रह सकें और रेबीज का खतरा न रहे।
कपिल मिश्रा का सुप्रीम कोर्ट आदेश पर बयान
दिल्ली सरकार के कानून मंत्री कपिल मिश्रा ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि दया, करुणा और मानवता के सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए इस आदेश का पालन किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली सरकार ने इस मुद्दे पर कोई ध्यान नहीं दिया। मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री रेखा शर्मा के नेतृत्व में दिल्ली सरकार का पशु विभाग अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर इस आदेश को प्रभावी ढंग से लागू करने की तैयारी कर रहा है। साथ ही बेसहारा पशुओं के कल्याण का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा।