प्रधानमंत्री मोदी से मिले सीएम योगी, कलश भेंटकर दिया महाकुंभ का निमंत्रण

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दो दिवसीय प्रयागराज दौरे के बाद शुक्रवार की शाम नई दिल्ली पहुंचे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें महाकुंभ आने का निमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री ने महाकुंभ का प्रतीक अमृत कलश भी उन्हें भेंट किया। करीब एक घंटे तक हुई इस मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने इंटरनेट मीडिया एक्स पर इसकी फोटो पोस्ट करते हुए इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया है।

योगी ने लिखा…”आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आज नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट की। आपके मार्गदर्शन और प्रेरणा से सनातन गर्व का प्रतीक महाकुंभ-2025, प्रयागराज आज अपने दिव्य, भव्य और डिजिटल स्वरूप से दुनिया को ”नए भारत” का दर्शन करा रहा है। अपना बहुमूल्य समय प्रदान करने हेतु हार्दिक आभार प्रधानमंत्री जी।”

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बताईं महाकुंभ की तैयारियां

सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने महाकुंभ की तैयारियों के बारे में विस्तार से बताया। इस दौरान अयोध्या की मिल्कीपुर उपचुनाव पर भी दोनों के बीच चर्चा हुई। इससे पहले योगी खुद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आदि को भी महाकुंभ में आने का न्योता दे चुके हैं।

राजधानी के श्रद्धालु महाकुंभ में लगाएंगे भंडारे

वहीं दूसरी ओर, दिव्य और भव्य महाकुंभ को लेकर प्रयागराज के साथ ही लक्ष्मणनगरी में भी तैयारियां पूरी हो गई हैं। 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा पर पहले अमृत स्नान के साथ ही महाकुंभ की शुरुआत होगी तो राजधानी के श्रद्धालु भंडारे का आयोजन कर लोगों को प्रसाद खिलाएंगे। 26 फरवरी तक चलने वाले महाकुंभ में मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्या गिरि व खदरा के नानक शाही मठ के मठाधीश स्वामी धमेंद्र दास समेत कई संतों की टोली वहां पहुंच चुकी है।हर दिन तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं को भंडारे में प्रसाद खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। भंडारे की सामग्री और सेवादार पहुंच चुके हैं। 1992 से भंडारे का आयोजन महाकुंभ में श्री दुर्गा जी मंदिर धर्म जागरण एवं सेवा समिति की ओर से भंडारे का आयोजन किया जाएगा। समिति के प्रबंधक राजेंद्र गोयल ने बताया कि नासिक, हरिद्वार, उज्जैन के साथ प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ में हमारी समिति की ओर से भंडारे का आयोजन किया जाता है।

इस बार भी महाकुंभ में बने सेक्टर-आठ में भंडारे के लिए जगह मिल गई है। 1992 में महाकुंभ में भंडारा करवाने की शुरुआत की गई थी तब से लगातार होता आ रहा है। सुबह चाय के साथ भंडारा शुरू होता है और शाम को भोजन के साथ ही समाप्त होता है। हर दिन 10 से 15 हजार लोगों को प्रसाद ग्रहण कराने का लक्ष्य रखा गया है।आज से होगी शिविर की शुरुआत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा गंगा समग्र की ओर से महाकुंभ के सेक्टर-नौ में शनिवार से शिविर की शुरुआत होगी। अवध प्रांत के सह संयोजक अनुराग पांडेय ने बताया कि प्रतिदिन हवन पूजन, प्रसाद वितरण के साथ भंडारे का आयोजन किया जाता है। जब तक कुंभ चलता है तब तक प्रतिदिन भंडारे का आयोजन किया जाता है।हमारे यहां प्रतिदिन हजारों भक्त प्रसाद ग्रहण करते हैं। तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं को प्रसाद खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। संगोष्ठी, कथा प्रवचन, राम कथा व भजन संध्या का भी प्रतिदिन आयोजन होगा। पहुंचा मनकामेश्वर मंदिर का सेवा दल मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्या गिरि के सानिध्य में महाकुंभ में भंडारा लगाया जाएगा। मंदिर के सेवादार जा चुके हैं।महंत ने बताया कि भंडारे के लिए अनाज, सब्जियां, बर्तन आदि सामान जा चुका है। प्रतिदिन सुबह शाम भंडारे का आयोजन होगा। साधु और साध्वियों के लिए भी अलग भंडारे व रहने की व्यवस्था है। भंडारे के अलावा पौधरोपण कर लोगों को पर्यावरण बचाने के लिए जागरूक किया जाता है। हर दिन 10 से 15 हजार श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करेंगे।

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