नई दिल्ली। मुख्य निर्वाचन आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार द्वारा राहुल गांधी से माफी माँगने की मांग के बाद कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर भाजपा के साथ पक्षपात करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने कहा कि आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो गए हैं और उसकी कार्यप्रणाली पूरी तरह उजागर हो चुकी है।
प्रेस वार्ता के दौरान ही कांग्रेस ने पलटवार करते हुए सोशल मीडिया पर कई मीम्स शेयर कर आयोग और भाजपा पर निशाना साधा।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि आयोग का यह दावा कि वह सत्ता और विपक्ष के बीच भेदभाव नहीं करता, बेतुका है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने केवल आयोग द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के आधार पर तथ्य रखे थे, लेकिन आयोग ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या आयोग सुप्रीम कोर्ट के 14 अगस्त के आदेश को बिहार एसआईआर विवाद पर अक्षरशः लागू करेगा।
कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें एक ओर CEC ज्ञानेश कुमार यह कहते दिख रहे हैं कि आयोग के लिए सभी समान हैं, जबकि दूसरी ओर राहुल गांधी भाजपा से हलफनामा माँगते नजर आ रहे हैं। इसके अलावा पार्टी ने पीएम मोदी और तीनों चुनाव आयुक्तों की एआई-जनित तस्वीरें और फिल्मी मीम्स का उपयोग करते हुए आयोग और भाजपा के बीच “गहरे संबंध” का आरोप लगाया।
उधर, प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने स्पष्ट किया कि आयोग अपने संवैधानिक दायित्वों से पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने कहा, “18 वर्ष से ऊपर हर भारतीय नागरिक को मतदाता बनने और मतदान का अधिकार है। सभी राजनीतिक दल पंजीकरण के बाद अस्तित्व में आते हैं, ऐसे में आयोग किसी के साथ भेदभाव नहीं कर सकता। हमारे लिए न कोई पक्ष है, न विपक्ष – सब समान हैं।”