धर्मांतरण केस: सरगना अब्दुल रहमान की रिमांड पूरी, पुलिस के सामने उगले कई नाम

आगरा के सदर क्षेत्र की दो सगी बहनों के कथित धर्मांतरण मामले में गिरफ्तार मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान की पुलिस रिमांड मंगलवार को समाप्त हो रही है। इस दौरान उससे कई अहम जानकारियां प्राप्त हुई हैं, जिनमें विदेशी संपर्कों का भी खुलासा हुआ है। पूछताछ के दौरान कई और संदिग्ध नाम सामने आए हैं, जिनकी जांच पुलिस टीम कर रही है।

सूत्रों के अनुसार, आरोपी के मोबाइल से पाकिस्तान के छह टेलीफोन नंबर मिले हैं। खुफिया एजेंसियां अब इन नंबरों के जरिए अंतरराष्ट्रीय संबंधों की तह तक जाने की कोशिश कर रही हैं। इसके साथ ही गोवा की एसबी कृष्णा उर्फ आयशा और सराय ख्वाजा के निवासी रहमान कुरैशी से जुड़ी जानकारियां भी पुलिस को हाथ लगी हैं, जिनकी गहनता से जांच की जा रही है।

उल्लेखनीय है कि 18 जुलाई को सदर क्षेत्र की दो बहनों को कोलकाता के तपसिया इलाके से बरामद किया गया था। इस मामले में कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें आयशा और रहमान कुरैशी भी शामिल हैं। इसके बाद दिल्ली के मुस्तफाबाद निवासी अब्दुल रहमान को पकड़ा गया। उसके दो बेटे और एक अन्य व्यक्ति को भी हिरासत में लिया गया था।

आरोप है कि यह गिरोह युवतियों को नौकरी और मदद का झांसा देकर संपर्क में लेता था और फिर उन्हें कश्मीर बुलाकर धर्मांतरण के लिए प्रेरित करता था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अब्दुल रहमान नेपाल और म्यांमार तक की यात्रा कर चुका है और उसका उद्देश्य सामूहिक धर्मांतरण की योजनाओं को अमल में लाना था। पूछताछ के दौरान उसने कुछ सहयोगियों के नाम भी बताए हैं, जिनकी भूमिका की जांच की जा रही है।

अब्दुल रहमान की रिमांड 5 अगस्त तक तय की गई थी। रिमांड समाप्त होने के बाद उसे न्यायालय में पेश किया जाएगा। पुलिस को संदेह है कि पाकिस्तान से जुड़े नंबरों के जरिये गिरोह को फंडिंग की जा रही थी, हालांकि आरोपी इस संबंध में ज्यादा खुलासे नहीं कर रहा है।

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