गीता फोगाट की बहन ने फांसी लगाकर दी जान, मैच हारने का सदमा नहीं कर पाई बर्दाश्त

अंतरराष्ट्रीय पहलवान बनने की चाह दिल में लेकर अपने फूफा द्रोणाचार्य अवार्डी पहलवान महाबीर फौगाट की एकेडमी में कुश्ती के गुर सीखने वाली 17 वर्षीय पहलवान रितिका कुमारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या का कारण स्टेट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में हार जाने से हुए सदमे काे माना जा रहा है। रितिका पिछले पांच साल से पहलवान महाबीर फौगाट के घर पर बने अखाड़े में ही प्रशिक्षण ले रही थी।

उसने 15 मार्च की रात को अपने कमरे में पंखे पर दुपट्टे से फंदा बनाकर फांसी लगा ली, जिससे उसकी माैत हाे गई। 12 से 14 मार्च तक भरतपुर के लोहागढ़ स्टेडियम में राज्य स्तरीय सब-जूनियर, जूनियर महिला व पुरुष कुश्ती प्रतियोगिता हुई थी। 14 मार्च को हुए फाइनल मुकाबले में पहलवान रितिका चैंपियनशिप में हार गई। इस हार से वह सदमे में थी। 15 मार्च को वह वापस अपने फूफा पहलवान महाबीर फौगाट के अखाड़े में आई थी और रात को ही अपने कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।

झोझू कलां पुलिस सूचना पाकर मौके पर पहुंची और शव कब्जे में लेकर मंगलवार सुबह सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया। इसके बाद रितिका का अंतिम संस्कार उसके पैतृक गांव राजस्थान के झुंझुनूं जिले के जैतपुर में किया गया। अपनी बुआ की बेटी अंतरराष्ट्रीय महिला पहलवान गीता व बबीता फौगाट की तरह ही रितिका भी अंतरराष्ट्रीय पहलवान बनाना चाहती थी। इसके लिए वह 2016 से अपने फूफा महाबीर फोगाट से कुश्ती का प्रशिक्षण ले रही थी।

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