दिल्ली की जीत की हैट्रिक, चेन्नई को चेपॉक में 15 साल बाद दी मात

आईपीएल 2025 में दिल्ली कैपिटल्स का विजयी अभियान जोर पकड़ चुका है। शनिवार, 5 अप्रैल को चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में दिल्ली ने शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन करते हुए चेन्नई सुपर किंग्स को 25 रन से मात दी। इस जीत के साथ दिल्ली ने लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की और अंक तालिका में शीर्ष स्थान पर पहुंच गई।

वहीं दूसरी तरफ चेन्नई सुपर किंग्स की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। यह टीम की लगातार तीसरी हार है। इस मुकाबले की एक खास बात यह भी रही कि पहली बार महेंद्र सिंह धोनी के माता-पिता उन्हें लाइव मैच खेलते देखने स्टेडियम पहुंचे, लेकिन धोनी अपनी टीम को जीत दिलाने में नाकाम रहे।

दिल्ली कैपिटल्स ने इस मैच के साथ चेपॉक में 15 साल बाद चेन्नई को हराने का कारनामा भी कर दिखाया।

चेपॉक में खेले गए इस मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स ने पहले बल्लेबाजी की और 20 ओवर में 183 रन बनाए. दिल्ली के लिए उसके नए स्टार केएल राहुल को इस बार ओपनिंग के लिए उतरना पड़ा क्योंकि फाफ डुप्लेसी चोट के कारण बाहर थे. राहुल ने इस मौके का फायदा उठाया और मुश्किल परिस्थितियों में एक बेहतरीन अर्धशतक लगाया. उन्होंने सिर्फ 51 गेंदों में 77 रन की अहम पारी खेली. उनके अलावा अभिषेक पोरेल ने तेजी से 33 रन बनाए, जबकि ट्रिस्टन स्टब्स, कप्तान अक्षर पटेल और समीर रिजवी ने भी अहम योगदान दिया.

चेन्नई के पिछले 6 साल के रिकॉर्ड को देखते हुए ये लक्ष्य मुश्किल नजर आ रहा था. 2019 के बाद से चेन्नई ने आईपीएल में 180 रन से ज्यादा का लक्ष्य हासिल नहीं किया है. ये सिलसिला इस बार भी जारी रहा. पावरप्ले में एक बार फिर टीम की शुरुआत खराब रही और नई ओपनिंग जोड़ी भी कुछ कमाल नहीं कर सकी. सिर्फ 6 ओवर तक ही टीम ने 3 विकेट गंवा दिए थे, जो 11वें ओवर तक 5 विकेट हो गए, जबकि स्कोर सिर्फ 74 रन था. चेन्नई का हर बल्लेबाज रन के लिए संघर्ष करता रहा और इसका सबसे बड़ा नजारा दिखा धोनी और विजय शंकर की साझेदारी में.

तीसरे ओवर में क्रीज पर आए विजय शंकर पहली गेंद से ही रनों के लिए संघर्ष करते दिखे और पूरी कोशिश के बावजूद उनके बल्ले से बड़े शॉट्स नहीं निकले. इस दौरान उन्हें 3 बार जीवनदान भी मिला. फिर 11वें ओवर में एमएस धोनी की एंट्री हुई, जिसकी मांग फैंस काफी वक्त से कर रहे थे कि उन्हें जल्दी बैटिंग के लिए आना चाहिए. मगर ये दोनों बल्लेबाज मिलकर टीम को जरूरी रफ्तार नहीं दिला सके. फैंस को उम्मीद थी कि अपने माता-पिता के सामने धोनी मैच फिनिश कर दिखाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हो सका और चेन्नई की टीम 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 158 रन ही बना सकी. धोनी और शंकर ने 84 रन की साझेदारी की लेकिन इसके लिए 57 गेंदें खर्च की, जो जिताने के लिए काफी नहीं था.

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