राज्यसभा में वक्फ संशोधन बिल 2025 पर चर्चा के दौरान सदन के नेता जेपी नड्डा ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि वक्फ से जुड़े कार्यों में पारदर्शिता लाई जाए। अपने संबोधन की शुरुआत में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने आशा जताई कि सदन इस बिल का समर्थन करेगा।
उन्होंने स्पष्ट किया कि इस बिल का मुख्य उद्देश्य वक्फ संपत्तियों का उचित रखरखाव सुनिश्चित करना है। नड्डा ने कहा कि बिल को लेकर फैलाई जा रही भ्रांतियों का वह विरोध करते हैं। साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि 2013 में बनी संयुक्त संसदीय समिति (JPC) में केवल 13 सदस्य थे, जबकि इस बार JPC में 31 सदस्य शामिल थे, जिससे व्यापक विचार-विमर्श संभव हुआ।
‘हम संविधान से चलते हैं, वो बस किताब ही दिखाते हैं’
जेपी नड्डा ने कई मुस्लिम देशों का जिक्र करते हुए कहा, वहां पर वक्फ की संपत्ति का रखरखाव सरकारें करती हैं। लेकिन हम तो बस रखरखाव और नियमों से चलने की बात कर रहे हैं। हमारा प्रयास है कि वक्फ की संपत्ति का दुरुपयोग न हो इस लिए ये बिल लाया गया है। इस दौरान जेपी नड्डा ने 2013 वक्फ बिल की कमियां और 2025 के वक्फ बिल की खूबियां भी गिनाई। जेपी नड्डा ने कहा – विपक्ष के लोग जेब में संविधान की किताब लेकर घूमते हैं, हमेशा दिखाते रहते हैं, लेकिन पढ़ते नहीं, इस्तेमाल नहीं करते हैं। संविधान का इस्तेमाल हम करते हैं।
जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर साधा निशाना
सदन के नेता जेपी नड्डा ने राज्यसभा में कहा- प्रधानमंत्री मोदी जी सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के साथ चले हैं। हमें वोटबैंक की राजनीति से बाहर निकल करके देशहित की बात करने की जरूरत है। मैं जानना चाहता हूं, कि पिछले 70 साल किन लोगों ने उन्हें डरा कर रखा है। आपने 70 साल का परीक्षण करके देख लिया, बांट-बांट कर देख लिया। 2013 में संशोधन के बाद भी आप विपक्ष में बैठ गए हैं। हम पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि, हमने वक्फ बोर्ड पर हाथ डाल दिया। ये एक तरीके से हमारे को कब्जे में लेने की बात है।