संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने पंजाब-हरियाणा के बीच जींद की खनौरी सीमा पर किसान शुभकरण सिंह की मौत के मामले में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और राज्य के गृहमंत्री अनिल विज पर हत्या का मामला दर्ज करने और मृतक परिजनों को एक करोड़ रुपये मुआवजा देने की मांग की है।
मोर्चा ने घटना के विरोध में शुक्रवार को काला दिवस मनाने, सोमवार को देशभर के राजमार्गों पर ट्रैक्टर आक्रोश रैली निकालने और 14 मार्च को दिल्ली में किसान-मजदूर महापंचायत का एलान किया है। किसानों ने शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री, सीएम व विज के पुतले जलाने की घोषणा भी की है।
एसकेएम नेताओं की चंडीगढ़ में हुई बैठक में ये फैसले किए गए। बैठक में जोगिंदर उगराहां, दर्शनपाल, रविंदर पटियाला, बलबीर राजेवाल, युद्धवीर सिंह, हन्नान मौला, राकेश टिकैत समेत कई किसान नेताओं ने हिस्सा लिया। किसान आंदोलन के समर्थन व शुभकरण की मौत के विरोध में किसान संगठनों ने पंजाब में तीन घंटे हाईवे जाम कर प्रदर्शन किया। वहीं, हरियाणा में चढ़ूनी गुट ने सड़क जाम किया।
अंबाला पुलिस ने की घोषणा- किसान नेताओं पर होगी रासुका के तहत कार्रवाई
किसान नेताओं के खिलाफ अंबाला पुलिस ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की घोषणा की है। पुलिस ने कहा, किसान नेताओं के भड़काने पर शंभू सीमा पर किसान पत्थरबाजी कर रहे हैं। इसके कारण 30 जवानाें को चोटें आई हैं, एक पुलिसकर्मी को ब्रेन हैमरेज हुआ है और दो की मौत हो चुकी है।
सरकार किसान हित के लिए प्रतिबद्ध
- केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि केंद्र किसान हित में काम करने को प्रतिबद्ध है। हमने किसानों से कहा है कि मिलकर हल निकालना चाहिए ताकि सबके लिए लाभदायक हो।
- केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार ने किसान को समृद्ध, सशक्त और आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए जरूरी कदम उठाए हैं। आगे भी निर्णय किसानों के हित में ही लिया जाएगा।
गांवों और छोटे किसानों का जीवन बेहतर बनाने में जुटे
सरकार विभिन्न योजनाओं के जरिये देश के गांवों और छोटे किसानों का जीवन सुधारने को प्राथमिकता दे रही है। विकसित भारत का लक्ष्य ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाए बिना संभव नहीं है।
-नरेंद्र मोदी, पीएम, गुजरात के एक समारोह में