केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह उर्फ राजा भैया के खिलाफ जमीन विवाद में एफआईआर के आदेश के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। एमपीएमएलए कोर्ट की विशेष न्यायाधीश अपेक्षा सिंह ने राजा भैया, उनके निजी सचिव राजेश सिंह और अन्य तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है।
ग्रामीण भिटौरा के अजय सिंह का आरोप है कि उनकी पत्नी मनीषा सिंह के नाम बैनामाशुदा 16 डिसमिल जमीन का पुनः बैनामा तीन साल पुराने स्टांप पर बैकडेट में मिथलेश रस्तोगी और कांती सिंह के नाम करवा दिया गया। इस मामले में 2024 में मनकापुर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई गई थी। हालांकि, राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस ने अंतिम रिपोर्ट दाखिल कर दी थी, लेकिन न्यायालय के आदेश के बाद केस की अग्रिम जांच फिर से शुरू हुई है।
पीड़ित ने आरोप लगाया कि सांसद गोंडा के प्रतिनिधि राजेश सिंह ने उन्हें और उनकी पत्नी को दबाव में लाकर मुकदमा दर्ज कराया। इसके अलावा, राज्यमंत्री अपने निजी सचिव के माध्यम से मामले में सुलह कराने का दबाव डाल रहे हैं और अस्वीकार करने पर परिवार को जान से मारने की धमकी दी जा रही है।
कोतवाली पुलिस ने कहा कि उन्हें अभी न्यायालय के आदेश की कॉपी नहीं मिली है, जबकि राज्यमंत्री के निजी सचिव राजेश सिंह ने भी आदेश की कॉपी मिलने के बाद ही टिप्पणी करने की बात कही है।