अनंत चतुर्दशी के पावन अवसर पर शनिवार को मुंबई की सड़कों पर ढोल-ताशों की थाप, रंग-बिरंगे गुलाल और भक्तों की भीड़ ने भक्ति का माहौल बना दिया। भारी बारिश के बावजूद हजारों श्रद्धालु गणेश विसर्जन यात्रा में शामिल होकर बप्पा को विदा कर रहे हैं। लालबाग इलाके से तेजुकायाचा राजा, गणेश गली सहित कई प्रमुख मंडलों की प्रतिमाएं विसर्जन के लिए पंडालों से निकाली गईं। हर तरफ “गणपति बप्पा मोरया, अगले साल जल्दी आना” के जयकारे गूंजते रहे।
शहर की सड़कों को रंगोली और फूलों से सजाया गया। लालबाग की श्रॉफ बिल्डिंग के पास परंपरागत पुष्पवर्षा ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। लोग दोनों ओर कतार लगाकर गणपति के दर्शन का इंतजार कर रहे थे। हालांकि, मुंबई के सबसे प्रसिद्ध लालबागचा राजा की विसर्जन यात्रा शाम तक शुरू नहीं हुई थी और प्रतिमा को गिरगांव चौपाटी ले जाने की अंतिम तैयारियां चल रही थीं।
गिरगांव चौपाटी के मार्ग पर भी हजारों भक्त मौजूद थे। यहां फोर्ट, गिरगांव, माझगांव, बायकुला, दादर, माटुंगा, सायन और चेंबूर जैसे इलाकों की प्रमुख गणेश प्रतिमाएं पहुंचती हैं। पूरे शहर में उत्साह का माहौल था—ढोल-ताशों की गूंज, नृत्य और गुलाल की बरसात ने गणेश विसर्जन को रंगारंग और भक्ति से परिपूर्ण बना दिया।