भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष मिशन पूरा कर सफलतापूर्वक पृथ्वी पर लौट आए हैं। जैसे ही स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल ने प्रशांत महासागर में उतरकर स्प्लैशडाउन किया, उनके चेहरे पर मुस्कान और संतोष की झलक साफ दिखाई दी। बाहर निकलते ही उन्होंने हाथ हिलाकर अभिवादन किया और अपनी खुशी जाहिर की।
इस अभियान में शुभांशु के साथ तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री भी शामिल थे। भारतीय समयानुसार दोपहर 3:01 बजे, ड्रैगन कैप्सूल ने अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य के सैन डिएगो के तट के पास समुद्र में लैंडिंग की। हैच खुलने के बाद सबसे पहले अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री पेगी व्हिटसन को बाहर निकाला गया, जिसके कुछ समय बाद शुभांशु को बाहर लाया गया।
यह क्षण भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के इतिहास में अत्यंत गौरवपूर्ण है, क्योंकि शुभांशु शुक्ला ऐसे पहले भारतीय बन गए हैं जिन्होंने किसी निजी अंतरिक्ष अभियान के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की यात्रा की और सकुशल वापसी की।
करीब 22.5 घंटे के यात्रा के बाद वे पृथ्वी पर लौटे। स्प्लैशडाउन के बाद सभी अंतरिक्ष यात्रियों को विशेष रिकवरी पोत पर लाया गया, जहां उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
इस अभियान के दौरान शुभांशु ने दो ऐतिहासिक कीर्तिमान भी बनाए—वह आईएसएस तक पहुँचने वाले पहले भारतीय नागरिक बने, और राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में पहुँचने वाले दूसरे भारतीय नागरिक।
उनकी वापसी पर पूरे देश में उत्साह का माहौल रहा। लखनऊ स्थित उनके परिवार में भी खुशी का ठिकाना नहीं था। उनके पिता ने कहा, “यह क्षण पूरे देश के लिए गर्व का है। सबकी दुआओं से हमारा बेटा सकुशल लौट आया। थोड़ा डर जरूर था, लेकिन अब सिर्फ गर्व और सुकून है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनकी वापसी पर शुभकामनाएं दीं। एक्स (पूर्व ट्विटर) पर उन्होंने लिखा,
“ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की वापसी पूरे भारत के लिए गौरव का क्षण है। उन्होंने अंतरिक्ष की ऊंचाइयों को छूकर करोड़ों भारतीयों को प्रेरणा दी है। यह ‘गगनयान’ मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”