अगले चैत्र नवरात्र तक नक्सलवाद होगा खत्म: अमित शाह का एलान

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को अपने दो दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा पहुंचे। दोपहर में वह विमान द्वारा बस्तर पहुंचे, जहां जगदलपुर में उनका आत्मीय स्वागत किया गया। इस दौरान पूर्व सांसद दिनेश कश्यप, स्थानीय जनप्रतिनिधि, कलेक्टर हरिस एस., पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा और अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहे। स्वागत समारोह के बाद अमित शाह दंतेवाड़ा के लिए रवाना हुए।

मां दंतेश्वरी का लिया आशीर्वाद
दंतेवाड़ा पहुंचकर सबसे पहले मां दंतेश्वरी के दर्शन किए। इस दौरान वह धोती-कुर्ता पहने नजर आए। मां का आशीर्वाद लेने के बाद अमित शाह बस्तर पंडुम के समापन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंच गए हैं। यहां उन्हें माला और गौर मुकुट पहनाकर उनका स्वागत किया गया। यहां पर वह बस्तर के पारंपरिक ड्रिंक्स और फूड्स का स्वाद भी चखेंगे। शाम को रायपुर में उच्च स्तरीय बैठक लेंगे। इसके बाद वापस दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।

सुख समृद्धि की कामना की
चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी की पूजा-अर्चना कर देश और प्रदेश वासियों की सुख समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उप मुख्यमंत्री अरुण साव एवं विजय शर्मा, मंत्री राम विचार नेताम, केदार कश्यप, विधायक जगदलपुर किरण देव अपर मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ, सचिव राहुल भगत, कमिश्नर बस्तर डोमन सिंह, आईजी बस्तर सुंदरराज पी सहित अन्य जनप्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित रहे।

छत्तीसगढ़ सहित देश को नक्सलमुक्त करने का संकल्प पूरा होगा
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम विष्णुदेव साय ने कहा, ‘हमारे सुरक्षाबल के जवान बहुत ही मजबूती के साथ लड़ाई लड़ रहे हैं। नक्सल मोर्चे पर लगातार सफलता मिल रही है। हमें पूरा भरोसा है की मां दंतेश्वरी की कृपा से केंद्रीय गृहमंत्री का मार्च 2026 से पहले छत्तीसगढ़ सहित देश को नक्सलमुक्त करने का संकल्प पूरा होगा। छत्तीसगढ़ का बस्तर इलाका यहां का पर्यटन स्थल है, जो स्वर्ग जैसा है यहां पर फिर पुराना समय आएगा और देश-दुनिया के लोग आएंगे। 

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पंडुम के कलाकारों का सम्मान किया
सीएम साय ने कहा, ‘यह बस्तर पंडुम 45 दिनों तक चला है। यह ब्लॉक स्तर से शुरू होकर जिला और संभाग स्तर पर समापन हो रहा है। इसमें ओडिशा, कर्नाटक, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र के करीब 27 हजार कलाकारों ने हिस्सा लिया। इसमें आदिवासी संस्कृति, वेशभूषा, भाषा-शैली, साहित्य, खान- पान सब का समावेश हुआ। पीएम नरेंद्र मोदी की एक राष्ट्र और एक एक भारत, श्रेष्ठ भारत के सपने को साकार किया है। बस्तर पंडुम 18 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए हैं। इसके पहले बस्तर ओलंपिक का भी शानदार आयोजन किया गया था। इसके बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पंडुम के कलाकारों का सम्मान किया।’

अगली चैत्र नवरात्रि में लाल आतंक खत्म हो जाए 
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन की शुरुआत भारत माता की जय से करते हुए कहा, ‘आज चैत्र नवरात्रि की अष्टमी है। मैं अभी-अभी मैं मां दंतेश्वरी का आशीर्वाद लेकर यहां आया हूं कि अगली चैत्र नवरात्रि में यहां से लाल आतंक खत्म हो जाए और हमारा बस्तर फिर से खुशहाल हो।’ दंतेश्वरी माई की जय और छत्तीसगढ़ महतारी के जयकारे लगाते हुए केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा, ‘आज अष्टमी और रामनवमी दोनों है। आज रामलाल का बर्थडे है और मैं रामलाल के ननिहाल यानी छत्तीसगढ़ में आया हुआ हूं। बहुत-बहुत शुभकामनाएं पूरे देश को रामनवमी की बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।’

‘साजिश के तहत कांग्रेस के आकाओं ने कराई महाराज प्रवीणचंद्र भंजदेव की हत्या’
छत्तीसगढ़ के आदिवासी क्षेत्रों के सभी देवी-देवताओं और महाराज प्रवीणचंद्र भंजदेव को प्रणाम करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा, ‘उन्होंने जनजातियों के जल, जंगल, जमीन, वन, संस्कृति के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। यहां पर एक प्रजावत्सल राजा के रूप में उनकी लोकप्रियता थी, वह उस समय के कांग्रेस के आकाओं को सहन नहीं हुई और साजिश के तहत उनकी हत्या करवा दी गई। आज पूरा बस्तर लाल आतंक से मुक्त होने की कगार पर है। विकास के रास्ते पर चल चुका है। ऐसे समय में प्रवीणचंद्र की आत्मा बस्तर के आदिवासियों को अपना आशीर्वाद दे रही होगी।’

बस्तर पंडुम को मिलेगी अंतरराष्ट्रीय पहचान
महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बाबू जगजीवनराम जी की जयंती पर उन्हें नमन करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने कहा, ‘उन्होंने देश के आदिवासी, पिछड़े वर्गों के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। बाबूजी ने आजादी की लड़ाई भी लड़ी और स्वतंत्रता के बाद देश के विकास में बड़ा योगदान भी दिया। शाह ने बड़ा एलान करते हुए कहा कि अगले साल बस्तर पंडुम में देशभर के हर आदिवासी क्षेत्रों के कलाकारों को बस्तर में लाएंगे। इतना ही नहीं बस्तर पंडुम को अंतरराष्ट्रीय दर्जा देने के लिए भी दुनियाभर के राजदूतों को बस्तर के हर जिले में ले जाकर यहां की परंपराओं और संस्कृति से अवगत कराएंगे। यहां की परंपरा को पूरे विश्व तक पहुंचाने का कार्य भाजपा करेगी। इस आयोजन में 1885 ग्राम पंचायत, 12 नगर पंचायत, 8 नगर परिषद, एक नगर पालिका और 32 जनपद 47000 कलाकारों ने यहां भाग लिया है।

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