गृह मंत्रालय ने बंगाल में चुनावी हिंसा की जांच के लिए चार सदस्यीय दल बनाया

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई कथित हिंसा के कारणों की पड़ताल करने और राज्य में जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए चार सदस्यीय दल का गठन किया है. अधिकारियों ने बताया कि मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव के नेतृत्व में दल पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हो गया है.

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को पश्चिम बंगाल सरकार से राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा की विस्तृत रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा था. साथ ही समय गंवाए बिना ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने को भी कहा गया था. राज्य के विभिन्न हिस्सों में चुनाव बाद हुई हिंसा में मंगलवार तक कम से कम छह लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं कूच बिहार की सीतलकूची सीट पर 10 अप्रैल को हुए मतदान के दौरान सीआईएसएफ की कथित गोलीबारी में चार लोग मारे गए थे.

कूच बिहार हिंसा पर जिले के पुलिस अधीक्षक निलंबित
बंगाल में पदभार ग्रहण करने के कुछ ही घंटों बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कल पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल करते हुए 29 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का तबादला किया है. राज्य सरकार ने कूच बिहार जिले के पुलिस अधीक्षक देबाशीष धर को निलंबित कर दिया है. बनर्जी ने इस घटना को लेकर पहले ही सीआईडी जांच के आदेश दिए हैं.

धर के स्थान पर के कन्नन को पुलिस अधीक्षक बनाया गया है, जिन्हें चुनाव के दौरान पदस्थापना के इंतजार में रखा गया था. निर्वाचन आयोग ने डीजीपी वीरेंद्र का तबादला कर उनके स्थान पर नीरज नयन पांडे को नया डीजीपी नियुक्त किया था. पांडे को महानिदेशक (दमकल सेवा) नियुक्त किया गया है.

वहीं मेदिनीपुर के पुरबा में एक रैली के दौरान ममता बनर्जी के घायल होने के बाद उनकी सुरक्षा व्यवस्था में कथित चूक को लेकर आयोग ने सहाय को डीजी सुरक्षा के पद से हटा दिया था. अलग से जारी एक आदेश में उन्हें उनके पहले के पद पर फिर तैनात किया गया है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here