अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत के साथ फिलहाल व्यापार वार्ता न करने की घोषणा का असर शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में देखने को मिला। सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिन सेंसेक्स शुरुआती गिरावट के साथ खुला और 10 बजकर 7 मिनट तक 500 अंकों से ज्यादा टूट गया। खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स 511.36 अंक गिरकर 80,111.90 पर कारोबार कर रहा था। केवल एक घंटे में ही निवेशकों के हजारों करोड़ रुपये का बाजार से सफाया हो गया।
सुबह बाजार हल्के दबाव में खुला था, लेकिन 10 बजे के बाद बिकवाली बढ़ने से सेंसेक्स 80,111 के करीब पहुंच गया। निफ्टी 50 भी फिसलकर 24,450 पर आ गया। बीएसई के कुल मार्केट कैप में भारी गिरावट आई और महज एक घंटे में निवेशकों को लगभग 2 लाख करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा। स्मॉल कैप और मिड कैप शेयरों में दबाव अधिक दिखा।
टॉप गेनर्स और लूजर्स
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से भारती एयरटेल और एक्सिस बैंक के शेयर सबसे ज्यादा गिरे। भारती एयरटेल करीब 3% लुढ़ककर ₹1,868.20 पर और एक्सिस बैंक 1.68% गिरावट के साथ कारोबार कर रहा था। वहीं, टायटन, एनटीपीसी और आईटीसी के शेयरों में तेजी देखने को मिली। टायटन के शेयर लगभग 2% बढ़कर करीब ₹3,500 पर ट्रेड कर रहे थे।
पिछले दिन का कारोबार
गुरुवार, 7 अगस्त को बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर रहा। शुरुआती सत्र में बिकवाली हावी रही, दोपहर में बाजार निचले स्तर पर पहुंचा और फिर अंतिम दो घंटे में जोरदार रिकवरी हुई। कारोबार समाप्ति पर सेंसेक्स 79 अंक चढ़कर 80,623 और निफ्टी 22 अंक बढ़कर 24,596 पर बंद हुआ। दिन के निचले स्तर 79,811 से सेंसेक्स ने 812 अंकों की वापसी की, जिससे निवेशकों को करीब ₹4.50 लाख करोड़ का फायदा हुआ।