राजधानी में आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए दिल्ली सरकार ने कई नए कदम उठाए हैं। सेवा पखवाड़े के दौरान मुख्यमंत्री रेखा ने 40 ट्रूनेट मशीनें और 10 पैथोडिटेक्ट मशीनें, 27 हैंडहेल्ड एक्स-रे उपकरण, 10 नई कैट एंबुलेंस, अंगदान ऑनलाइन पोर्टल ‘सोटो’ और चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय में डीईआईओ केंद्र का उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री रेखा ने कहा कि दिल्ली को हेल्थ हब बनाना सरकार का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि पहली बार 1,350 नर्सों को स्थायी नियुक्ति दी गई है और अस्पतालों में 150 डायलिसिस मशीनें लगाई गई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पिछली सरकार ने 22 अस्पतालों के टेंडर जारी किए थे, लेकिन कोई भी कार्य पूरा नहीं किया गया।
दिल्ली में वर्तमान में 277 एंबुलेंस हैं, जिन्हें बढ़ाकर 400 और बाद में 1,000 तक लाने का लक्ष्य है। आज 11 नई एंबुलेंस को फ्लैगऑफ किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी प्राथमिकता दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाना है और अब एंबुलेंस पिज़्ज़ा से पहले मरीज तक पहुंचती हैं।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने अंगदान और टीबी स्क्रीनिंग की जानकारी दी। अब तक 1,272 लोगों ने नेत्रदान के लिए आवेदन किया है, और केवल 100 दिनों में 56,221 लोगों की टीबी जांच की गई, जिसमें 1,000 मरीज पाए गए। मरीजों का उत्साह बढ़ाने के लिए फूड बास्केट भी दिए गए।
यह पहल दिल्ली में सार्वजनिक स्वास्थ्य संरचना को सुदृढ़ करने, आपातकालीन सेवाओं में सुधार और रोकथाम स्वास्थ्य उपायों को बढ़ावा देने की सरकार की व्यापक रणनीति का हिस्सा है।