अमरोहा में एआरटीओ ने एसडीएम की गाड़ी का काटा साढ़े 26 हजार का चालान

अमरोहा में एक नंबर मिटने की वजह से डिप्टी कलक्टर की इनोवा का नंबर मुरादाबाद में रजिस्टर्ड बलेनो का बन गया। जांच के बाद ठीक करने के बाद नंबर प्लेट इनोवा की ही पाई गई। लेकिन इनोवा के अभिलेख अधूरे पाए गए। गाड़ी का फिटनेस, परमिट, पोलूशन काफी समय पहले निकल चुका था। 

अनफिट गाड़ी को राजपत्रित अधिकारी के लिए लगाया हुआ था। जिसके आधार पर एआरटीओ ने 26500 का जुर्माना लगाया है। हालांकि इनोवा पर टैक्स लगना बाकी है। अमरोहा कलक्ट्रेट में तैनात डिप्टी कलक्टर सुधीर कुमार सिंह को इनोवा कार मिली हुई है। 

सरकारी खर्चे पर ठेकेदार की तरफ से मिली इस इनोवा कार से ही डिप्टी कलक्टर सरकारी कार्य के लिए चलते हैं। लेकिन इस इनोवा कार पर बलेनो कार की नंबर प्लेट लगी हुई है। इसकी भनक किसी को नहीं थी।

बीते सोमवार को डीएम बीके त्रिपाठी की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक कलक्ट्रेट में आयोजित हुई। इसमें समिति के सदस्य अनिल कुमार ने मामले को उठाया तो अधिकारियों के होश उड़ गए। सूचना मिलते ही एआरटीओ परिवर्तन महेश कुमार शर्मा, सीओ ट्रैफिक, टीएसआई धर्मेंद्र मीटिंग हॉल से बाहर आए और गाड़ी की नंबर प्लेट चेक की। इस दौरान परिवहन एप पर चेक करने पर इनोवा कार पर लगी नंबर प्लेट बलेनो कार की पाई गई जो बलेनो कार मुरादाबाद निवासी अलका खन्ना के नाम पर रजिस्टर्ड है। इतना ही नहीं कार के आगे और पीछे लगी प्लेट पर हिंदी में अक्षर लिखे हुए थे, जो गैरकानूनी है। 

डीएम बीके त्रिपाठी ने पूरे मामले की जांच कराकर संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। इस पूरे मामले की जांच एआरटीओ महेश कुमार शर्मा ने की। इस दौरान इनोवा के अभिलेख अधूरे पाए गए। उसकी फिटनेस, परमिट, पोलूशन की समय अवधि निकल चुकी थी। 

जिसके आधा पर एआरटीओ ने इनोवा के मालिक पर 26500 रुपये का जुर्माना लगाया गया है। एआरटीओ ने बताया कि इनोवा की नंबर प्लेट पर एक अक्षर मिटने की वजह से कार विवादों में आ गई थी। जांच में इनोवा ठीक पाई गई है, जो कामर्शिय भी है।

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