रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत और वियतनाम के बीच रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के लिए सोमवार को वियतनामी समकक्ष जनरल फान वान गियांग के साथ राजधानी दिल्ली में द्विपक्षीय वार्ता के लिए मुलाकात की। गियांग 18 से 19 जून तक भारत दौरे पर हैं। अपने दौरे के पहले दिन उन्होंने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में दोनों देशों के संबंध को एक महत्वपूर्ण स्तंभ बताया गया है।
इस विज्ञप्ति के अनुसार, दोनों देशों के बीच रक्षा, सैन्य, उच्च स्तरीय यात्राएं, प्रशिक्षण कार्यक्रम, संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना और द्विपक्षीय सेवाओं के बीच व्यापक संपर्क शामिल है। इससे पहले जून 2022 में राजनाथ सिंह ने वियतनाम का दौरा किया था। वहां दोनों देशों के बीच रक्षा साझेदारी पर संयुक्त विजन स्टेटमेंट और म्यूचुअल लॉजिस्टिक सपोर्ट समझौत ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया था।
रक्षा मंत्रालय के पूर्व सेक्रेटरी सौरभ कुमार ने हाल ही में वियतनाम के राष्ट्रीय सीमा आयोग के उपाध्यक्ष ट्रिन डुक हाई से बातचीत की थी। इसपर रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर कहा कि रक्षा मंत्रालय के पूर्व सेक्रेटरी सौरभ कुमार ने आज वियतनाम के राष्ट्रीय सीमा आयोग के उपाध्यक्ष ट्रिन डुक हाई से मुलाकात की। उन्होंने दोनों देशों के बीच रक्षा, सुरक्षा और समुद्री संबंधों सहित कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करने की भी बात कही।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने घोषणा की कि भारत वियतनामी नौसेना को स्वदेशी निर्मित मिसाइल कोरवेट आईएनएस कृपाण उपहार में देगा। रक्षा मंत्रालय ने बयान में कहा कि दोनों पक्षों ने विभिन्न द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पहलों की प्रगति की समीक्षा की और मौजूदा वार्ताओं पर संतोष व्यक्त किया। मंत्रियों ने सहयोग के मौजूदा क्षेत्रों को बढ़ाने के साधनों की पहचान की, विशेष रूप से रक्षा उद्योग सहयोग, समुद्री सुरक्षा और बहुराष्ट्रीय सहयोग के क्षेत्र में।
दोनों पक्ष द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को और बढ़ाने और दक्षिण चीन सागर में स्थिति की समीक्षा करने पर फोकस कर रहे हैं। इस क्षेत्र चीन की बढ़ती आक्रामकता देखी गई है। सिंह ने घोषणा की कि स्वदेश निर्मित इन-सर्विस मिसाइल कोरवेट आईएनएस कृपाण वियतनाम पीपुल्स नेवी की क्षमताओं को बढ़ाने में एक मील का पत्थर साबित होगा। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और रक्षा मंत्रालय के अन्य शीर्ष अधिकारी वार्ता के दौरान मौजूद थे