नई दिल्ली। सरकार ने जून तिमाही (अप्रैल-जून) के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े जारी कर दिए हैं। आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था 7.8 प्रतिशत बढ़ी, जो एक साल पहले की तुलना में 6.5 प्रतिशत अधिक है। वहीं, सरकारी आंकड़ों में यह भी बताया गया कि राजकोषीय घाटा 29.9 प्रतिशत तक बढ़ गया है।
विशेष रूप से कृषि क्षेत्र के मजबूत प्रदर्शन के कारण इस तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर्ज की गई। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने शुक्रवार को बताया कि कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर 3.7 प्रतिशत रही, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 1.5 प्रतिशत थी। विनिर्माण क्षेत्र में भी हल्की बढ़ोतरी हुई और यह 7.7 प्रतिशत रही, जबकि एक साल पहले यह 7.6 प्रतिशत थी।
अंतरराष्ट्रीय तुलना में, भारत इस तिमाही में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहा, जबकि चीन की जीडीपी वृद्धि इसी अवधि में 5.2 प्रतिशत रही। पिछली उच्चतम जीडीपी वृद्धि जनवरी-मार्च 2024 में 8.4 प्रतिशत दर्ज की गई थी।
हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था, जिसमें पहली तिमाही के लिए 6.5 प्रतिशत, दूसरी तिमाही 6.7 प्रतिशत, तीसरी तिमाही 6.6 प्रतिशत और चौथी तिमाही 6.3 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान था।