केरल के त्रिशूर जिले में स्थित प्रसिद्ध गुरुवायुर श्रीकृष्ण मंदिर एक विवाद का केंद्र बन गया है। फैशन इंफ्लुएंसर और ‘बिग बॉस मलयालम सीजन 6’ की पूर्व प्रतिभागी जैस्मीन जाफर ने मंदिर परिसर के पवित्र तालाब में पैर धोते हुए एक वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर साझा किया। इस वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर उन्हें तीखी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
मंदिर प्रशासन ने इस कृत्य को मंदिर की पारंपरिक मर्यादाओं का उल्लंघन मानते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। गुरुवायुर देवास्वोम बोर्ड का कहना है कि इस कार्य से तालाब की पवित्रता भंग हुई है। बोर्ड ने यह भी बताया कि वीडियो उस स्थान पर शूट किया गया जहां केरल हाईकोर्ट द्वारा फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी पर रोक लगाई गई है।
विवाद बढ़ने के बाद जैस्मीन जाफर ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी और संबंधित वीडियो को अपने सोशल मीडिया अकाउंट से हटा दिया। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें मंदिर के नियमों की जानकारी नहीं थी।
मंदिर में शुद्धिकरण अनुष्ठान और दर्शन पर अस्थायी रोक
मंदिर प्रशासन ने तालाब की पुनः पवित्रता स्थापित करने के उद्देश्य से शुद्धिकरण अनुष्ठान आयोजित करने का निर्णय लिया है। देवास्वोम प्रशासक ओ. बी. अरुण कुमार के अनुसार, यह तालाब धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है, जहां विशेष अनुष्ठान जैसे ‘आराट्टू’ संपन्न होते हैं। इसी कारण सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक मंदिर में आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर अस्थायी रोक लगाई गई है।
छह दिन तक विशेष पूजा अनुष्ठान
मंदिर अधिकारियों ने बताया कि शुद्धिकरण प्रक्रिया के तहत छह दिनों तक विशेष पूजा आयोजित की जाएगी, जिसमें 18 पूजाएं और 18 शैलियां दोहराई जाएंगी। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे इस दौरान सहयोग करें और मंदिर की परंपराओं का सम्मान बनाए रखें।