गाजा में युद्ध रोकने पर बनी सहमति, बंधकों को किया जाएगा रिहा

गाजा: इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन हमास सीजफायर के लिए तैयार हो गए हैं. दोनों के बीच कुछ दिनों से कतर में युद्ध विराम और कैदियों की अदला-बदली को लेकर बात चल रही थी. इस बातचीत का पॉजिटिव नतीजा निकला है. इजरायल और हमास गाजा में 15 महीने से जारी जंग रोकने पर सहमत हो गए हैं.

न्यूज एजेंसी AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसकी पुष्टि की है. सीजफायर के दौरान हमास, गाजा में बंधक बनाकर रखे गए इजरायली नागरिकों को रिहा करेगा. बदले में इजरायल भी हमास के लोगों को छोड़ेगा. हालांकि, अभी इस सीजफायर को लेकर आधिकारिक ऐलान होना बाकी है.

इजरायल और हमास के बीच 7 अक्टूबर 2023 से जंग चल रही है. AFP ने सोमवार को अपनी रिपोर्ट में बताया था कि इजरायल और हमास के बीच सीजफायर का पहला फेज कुल 42 दिनों का हो सकता है. सीजफायर डील के पहले फेज में हमास 33 बंधकों को रिहा कर सकता है, जिनमें 5 महिलाएं शामिल हैं. जबकि इजरायल इसकी एवज में 250 फिलिस्तीन कैदियों को छोड़ेगा. इसके 15 दिन बाद हमास बाकी बंधकों को रिहा करेगा. इस बीच दोनों पक्ष पर्मानेंट सीजफायर को लेकर भी बात करते रहेंगे.

ट्रंप ने सीजफायर पर किया पोस्ट
अमेरिका में 20 जनवरी को राष्ट्रपति की शपथ लेने जा रहे डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रूथ सोशल मीडिया नेटवर्क पर इस सीजफायर को कंफर्म किया है. ट्रंप ने कहा, “मिडिल ईस्ट में बंधकों की रिहाई को लेकर डील फाइनल हो गई है. गाजा में बंधक बनाए गए लोगों को हमास जल्द रिहा करेगा. थैंक्यू.”

ट्रंप ने हमास को दी थी चेतावनी
इससे पहले ट्रंप ने फिलिस्तीनी संगठन हमास को बंधकों को छोड़ने को लेकर चेतावनी दी थी. ट्रंप ने कहा था, “अगर हमास ने इजरायली बंधकों को जल्द से जल्द रिहा नहीं किया, तो उसे इसकी बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.”

सीजफायर पर 14 जनवरी को हुई थी आखिरी बार बात
AFP की जानकारी के मुताबिक, सीजफायर डील को लेकर 14 जनवरी को कतर में इजरायल और हमास के बीच आखिरी बात हुई थी. कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल अल थानी ने इस बातचीत को होस्ट किया. सीजफायर डील के लिए इजरायल की तरफ से खुफिया एजेंसी मोसाद के चीफ डेविड बार्निया और शिन बेट चीफ रोनेन बार शामिल हुए थे. अमेरिका की तरफ से ट्रंप के प्रतिनिधि स्टीव विटकॉफ और बाइडेन के प्रतिनिधि ब्रेट मैकगर्क मौजूद रहे.

इजरायल और गाजा के बीच बनेगा बफर जोन
CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, सीजफायर का ऐलान होते ही गाजा और इजरायल के बीच एक बफर जोन बनाया जाएगा. इजरायल बॉर्डर से 2 किलोमीटर तक बफर जोन की मांग कर रहा है, जबकि हमास अक्टूबर 2023 से पहले की तरह 300 से 500 मीटर का बफर जोन चाहता है. बफर जोन को लेकर फाइनल फैसला लिया जाना बाकी है.

नॉर्थ गाजा लौट सकेंगे विस्थापित फिलिस्तीनी
इस डील के बाद नॉर्थ गाजा से साउथ गाजा भेजे गए करीब 11 लाख फिलिस्तीनी नागरिकों को अपनी पुरानी जगह जाने की परमिशन दी जाएगी. हालांकि, इस इलाके में सुरक्षा के लिहाज से इजरायली सैनिकों की तैनाती जारी रह सकती है. जल्द ही सीजफायर डील को लेकर बाकी डिटेल आने की उम्मीद है.

7 अक्टूबर 2023 को हमास ने किए थे रॉकेट हमले
वैसे से इजरायल और हमास के बीच लंबे समय से दुश्मनी चली आ रही है. लेकिन 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर अब तक सबसे बड़ा हमला किया था. हमास ने गाजा पट्टी से इजरायल की ओर कम से कम 5000 रॉकेट दागे थे. हमास के लड़ाकों ने सुरंग के रास्ते से इजरायल में घुसपैठ की और इजरायली नागरिकों का कत्लेआम किया था.

251 लोगों को बंधक बनाकर ले गया था हमास
रॉकेट हमले के बाद हमास के लड़ाके 251 इजरायली नागरिकों को बंधक बनाकर ले गए थे. इन्हें गाजा में सुरंग के अंदर छिपाया गया था. इनमें से कुछ को पहले ही सीजफायर में रिहा किया गया है. अभी 94 लोग बंधक हैं. जबकि इजरायली मिलिट्री के मुताबिक, 34 की मौत हो चुकी है.

इजरायल के PM ने कही थी हमास के खात्मे की बात
इजरायली मीडिया के मुताबिक, हमास के हमलों में 1200 लोगों की जान गई थी. इन हमलों के अगले ही दिन से इजरायल ने हमास के खिलाफ जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी थी. इजरायल के PM बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के खात्मे की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि जब तक इजरायल गाजा में हमास का नाम-ओ-निशान नहीं मिटा देता, तब तक जंग जारी रहेगी.

पहले जमीनी और फिर हवाई कार्रवाई
इजरायल ने गाजा पट्टी पर पहले जमीनी कार्रवाई की. फिर हवाई हमले भी करने लगा. हर रोज इजरायल की मिसाइलें गाजा पट्टी पर बम गिराती हैं.

जंग में अब तक कितनी मौतें?
UN की रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा पट्टी में जारी जंग में अब तक 46 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. जंग अब तक 46,006 फिलिस्तीनी मारे गए हैं. 109,378 घायल हुए हैं. इजरायली सेना ने बिना कोई सबूत दिए कहा है कि उसने 17,000 से अधिक हमास के लड़ाकों को मार गिराया है. हालांकि, वास्तविक संख्या इससे कहीं ज्यादा है.

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