अक्सर यह धारणा होती है कि 45 वर्ष की उम्र पार करने के बाद होम लोन हासिल करना कठिन होता है, लेकिन सच यह है कि कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखा जाए तो इस उम्र में भी लोन मिलना न सिर्फ संभव है, बल्कि उसकी ईएमआई चुकाना भी अधिक चुनौतीपूर्ण नहीं होता। जानिए ऐसे पांच उपयोगी सुझाव जो आपकी लोन प्रक्रिया को आसान बना सकते हैं।
1. मजबूत क्रेडिट स्कोर बनाए रखें
बैंकों के लिए आपका क्रेडिट स्कोर लोन मंजूरी का एक अहम आधार होता है। 750 या उससे ऊपर का स्कोर आदर्श माना जाता है। समय पर सभी ईएमआई और क्रेडिट कार्ड बिल चुकाना जरूरी है। अगर क्रेडिट रिपोर्ट में कोई त्रुटि हो, तो उसे तुरंत सही कराएं। बेहतर स्कोर से कम ब्याज दर पर लोन मिलने की संभावना बढ़ती है।
2. स्थिर आय दिखाना जरूरी
लोन देने से पहले बैंक यह सुनिश्चित करना चाहता है कि आपकी आय नियमित है। यदि आप नौकरी में हैं, तो आपकी नौकरी स्थिर होनी चाहिए। व्यवसायी होने पर आय के पुख्ता दस्तावेज प्रस्तुत करें। साथ ही, आप पत्नी या बच्चों को को-एप्लिकेंट बनाकर लोन की विश्वसनीयता भी बढ़ा सकते हैं।
3. छोटी अवधि का लोन चुनें
बढ़ती उम्र को देखते हुए लोन की अवधि कम रखना बेहतर होता है। इससे कुल ब्याज कम लगता है और लोन जल्दी निपटता है। बैंक भी ऐसे मामलों में जल्दी मंजूरी देते हैं।
4. अधिक डाउन पेमेंट करें
इस उम्र में बैंक आमतौर पर लोन टू वैल्यू (LTV) रेशियो कम रखते हैं। इसलिए कोशिश करें कि ज्यादा से ज्यादा डाउन पेमेंट करें। इससे लोन की रकम कम होगी, ब्याज घटेगा और ईएमआई का बोझ भी कम होगा। इसके लिए आप सेविंग्स या निवेश का सहारा ले सकते हैं।
5. विभिन्न बैंकों की ब्याज दरों की तुलना करें
किसी भी बैंक से लोन लेने से पहले उनकी ब्याज दरें जरूर मिलाएं। कुछ बैंक उम्रदराज ग्राहकों के लिए खास योजनाएं लाते हैं। खासकर सरकारी बैंक, वरिष्ठ नागरिकों के लिए आमतौर पर बेहतर विकल्प प्रदान करते हैं।