किसान आंदोलन की आड़ में हुई हिंसा के लिए गृहमंत्री जिम्मेदार, इस्तीफा दें- कांग्रेस

किसानों के ट्रैक्टर मार्च में हुई हिंसा के बाद अब दिल्ली समेत एनसीआर में पुलिस अलर्ट पर है. लाल किले को खाली करवा लिया गया है. 86 पुलिसवालों के घायल होने के बाद दिल्ली पुलिस ने अब तक 15 FIR दर्ज की हैं. दिल्ली के सीमाओं के सटे इलाकों में इंटरनेट सेवा पर शाम 5 बजे तक के लिए इंटरनेट पर रोक लगा दी गई है. हरियाणा में भी यह पाबंदी लागू है. फिलहाल सिंघु बॉर्डर, लाल किले पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. दो मेट्रो स्टेशनों पर आज भी सेवाओं को बंद रखा गया है. इसमें लाल किला और जामा मस्जिद शामिल हैं.

गृहमंत्री के इशारे पर किसानों पर दर्ज हुए मुकदमें- रणदीप सिंह सुरजेवाला

कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि दिल्ली में उपद्रव को रोकने में असफल रहे गृह मंत्री अमित शाह के इशारे पर दिल्ली पुलिस उन उपद्रवियों पर मुकदमा दर्ज़ करने की बजाय संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं पर मुकदमा दर्ज़ कर भाजपा सरकार की साजिश को साबित करती है.

किसान आंदोलन की आड़ में हुई हिंसा के लिए गृहमंत्री जिम्मेदार- कांग्रेस

सुरजेवाला ने कहा कि किसान आंदोलन की आड़ में हुई हिंसा के लिए सीधे-सीधे गृह मंत्री अमित शाह ज़िम्मेदारी हैं. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ये मांग है कि उन्हें एक पल भी अपने पद पर बने रहने का अधिकार नहीं, उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए

हिन्दुस्तान का झंडा, गरिमा, मर्यादा सबकी है- वीएम सिंह

किसान मजदूर संगठन के अध्यक्ष वी.एम. सिंह ने कहा हिन्दुस्तान का झंडा, गरिमा, मर्यादा सबकी है. उस मर्यादा को अगर भंग किया है, भंग करने वाले गलत हैं और जिन्होंने भंग करने दिया वो भी गलत हैं… ITO में एक साथी शहीद भी हो गया. जो लेकर गया या जिसने उकसाया उसके खिलाफ पूरी कार्रवाई होनी चाहिए.

यह राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन का निर्णय

राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय संयोजक वीएम सिंह ने कहा कि यह राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन का निर्णय है और AIKSCC का नहीं (अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति) का नहीं. यह वीएम सिंह, राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन और सभी पदाधिकारियों का निर्णय है.

दिल्ली में जो कुछ भी हुआ उससे मैं बहुत आहत- ठाकुर भानु प्रताप सिंह

भारतीय किसान यूनियन (भानु) के अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने कहा कि कल दिल्ली में जो कुछ भी हुआ उससे मैं बहुत आहत हूं और हमारे 58 दिनों के विरोध को समाप्त कर रहा हूं.

वीएम सिंह और राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन विरोध से पीछे हट रहे

वीएम सिंह ने कहा कि मैं किसी ऐसे व्यक्ति के साथ विरोध नहीं कर सकता, जिसकी दिशा अलग है. मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं, लेकिन वीएम सिंह और राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन विरोध से पीछे हट रहे हैं.

कल दिल्ली में जो कुछ भी हुआ उससे मैं बहुत आहत

भारतीय किसान यूनियन (भानु) के अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने कहा कि कल दिल्ली में जो कुछ भी हुआ उससे मैं बहुत आहत हूं अपने 58 दिनों के विरोध को समाप्त कर रहा हूं.

हम एमएसपी की गारंटी चाहते हैंः किसान नेता वीएम सिंह

किसान नेताओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू हो गई है. इस बीच किसान नेता वीएम सिंह ने कहा कि एक दिसंबर को पहली वार्ता हुई. उसके बाद सरकारी तरीके से गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत को बुला लिया गया. ये साजिश है या नहीं ये हमें नहीं. हमारी बात सरकार के सामने नहीं उठाई गई. उसके बाद 26 तारीख को हमारी बात रखी गई. हम एमएसपी की गारंटी चाहते हैं.

लाल किला को लेकर थे इनपुट, तो सुरक्षा क्यों नहीं बढ़ाईः किसान नेता

वीएम सिंह ने कहा, ‘मैंने खुद राकेश से बात की. उन्होंने कहा सब ठीक है, लेकिन वो लोग बैरीकेट तोड़कर अंदर चले गए. हम यहां अपने हक के लिए अस्पतालों में मलहम पट्टी करने नहीं आए हैं. लोगों में गलत संदेश गया है. सरकार की भी गलती है. जब उसे पता था कि लाल किला को लेकर एक महीने पहले इनपुट मिला था. करोड़ों रुपए दिए गए नुकसान पहुंचने के लिए तो सरकार ने वहां सुरक्षा कड़ी क्यों नहीं की, कैसे कोई वहां झंडा फहरा सकता है.’

राकेश टिकैत के प्रोटेस्ट से हमारा कोई लेना देना नहींः वीएम सिंह

वीएम सिंह ने कहा, राकेश टिकैत की ओर से किए गए प्रोटेस्ट से हमारा कोई लेना देना नहीं है. आंदोलन खड़ा करने का काम वीएन सिंह ने किया था. 26 जनवरी को जो हुआ उससे बदनामी हो इसलिए नहीं आए थे. हम चाहते थे बिना एफआईआर हुए अपना हक लेकर वापस घर जाएं.

राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ किसान आंदोलन से हुआ अलग

किसान नेता वीएम सिंह ने ऐलान किया है कि उनका संगठन किसानों के आंदोलन से अलग हो रहा है. वीएम सिंह के संगठन का नाम राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ है. ये संगठन अब आंदोलन का हिस्सा नहीं होगा. वीएम सिंह ने कहा कि इस रूप से आंदोलन नहीं चलेगा. हम यहां पर शहीद कराने या लोगों को पिटवाने नहीं आए हैं. उन्होंने भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत पर आरोप लगाए हैं. वीएम सिंह ने कहा कि राकेश टिकैत सरकार के साथ मीटिंग में गए. उन्होंने यूपी के गन्ना किसानों की बात एक बार भी उठाई क्या. उन्होंने धान की बात की क्या. उन्होंने किस चीज की बात की. हम केवल यहां से समर्थन देते रहें और वहां पर कोई नेता बनता रहे, ये हमारा काम नहीं है.

इन किसान नेताओं पर दर्ज हुई एफआईआर

दिल्ली पुलिस ने इन किसान नेताओं पर एफआईआर दर्ज की है. इनमें जगबीर सिंह टाडा ,भोग सिंह मनसा, सुखपाल सिंह डाफर, ऋषि पाल अंबावता, प्रेम सिंह गहलोत, सुरजीत सिंह फूल, कृपाल सिंह नातुवाला, वीएम सिंह, सतपाल सिंह, मुक्केश चंद्र, जोगिंदर सिंह, बलवीर सिंह राजेवाल, बूटा सिंह, योगेंद्र यादव, सतनाम पन्नू, सरवन सिंह, दर्शन पाल और राकेश टिकैत शामिल हैं.

राकेश टिकैत और योगेंद्र यादव बैठक के लिए सिंघु बॉर्डर पहुंचे

संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक थोड़ी देर में शुरू होने वाली है. इस बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता और आंदोलन में भाग ले रहे स्वराज इंडिया के प्रमुख योगेंद्र यादव सिंघु बॉर्डर पहुंच गए हैं.

लाल किले पहुंची दिल्ली पुलिस की टीम

दिल्ली: दिल्ली पुलिस की एक टीम जांच करने के लिए लाल किले पर पहुंची।

राकेश टिकैत के खिलाफ भी FIR दर्ज

राजधानी दिल्ली में ट्रैक्टर मार्च के दौरान जो हिंसा हुई उस मामले में राकेश टिकैत के खिलाफ भी FIR दर्ज की गई है. यह FIR ईस्ट दिल्ली में दर्ज हुई है.

पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल बोले – जल्द सौंपी जाए रिपोर्ट

पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि आज मैं लाल किले गया था. मेरे साथ संस्कृति मंत्रालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधिकारी भी थे. मैंने जल्द से जल्द गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपने और FIR दर्ज करने को कहा है. रिपोर्ट के बाद चीजें साफ होंगी.

जावड़ेकर बोले – दिल्ली पुलिस देगी सभी सवालों के जवाब

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से जब दिल्ली हिंसा पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी. उसी में सभी सवालों के जवाब दिए जाएंगे. जावड़ेकर ने आगे भी किसान नेताओं से बातचीत के संकेत दिए.

अलग होने की बात करने लगे किसान संगठन

अखिल भारतीय संघर्ष समन्वय समिति और नेशनल किसान मजदूर संगठन के सरदार वीएम सिंह ने कल हुई हिंसा पर कहा कि 4 बजे किसान नेताओं की मुलाकात होगी. हमें देखना होगा की हमें सपोर्ट करना है या नहीं. हम तो बैक कर रहे हैं.

DCP उत्तर के ऑपरेटर संदीप बोले – काफी उग्र थी भीड़ह

म लाल किले पर गणतंत्र दिवस की ड्यूटी पर थे। वहां एक उग्र भीड आई और उन्होंने अचानक लाठी-डंडे और जो भी हथियार उनके पास थे उनसे हमला कर दिया। स्थिति इतनी बिगड़ गई थी कि पुलिस को बहुत मशक्कत करनी पड़ी: किसानों के हमले में घायल हुए DCP उत्तर के ऑपरेटर संदीप

दिल्ली हिंसा मामले में किसान नेताओं पर केस दर्ज

दिल्ली हिंसा के मामले में किसान नेताओं के खिलाफ भी केस दर्ज हुआ है. इसमें रैली की NOC पर साइन करने वाले नेताओं के खिलाफ केस दर्ज हुआ. इसमें जोगिंदर सिंह उगराहां, राजिंदर सिंह, बलबीर सिंग राजेवाल, बूटा सिंह बुर्जगिल, डॉक्टर दर्शनपाल सिंह शामिल हैं.

जारी है गृह मंत्रालय की उच्चस्तरीय बैठक

दिल्ली में हिंसा करने वालों पर क्या ऐक्शन लिया जाएगा इसपर गृह मंत्रालय की उच्चस्तरीय बैठक जारी है.

ट्रैक्टर मार्च के दौरान उपद्रव मचाने वालों पर लगी डकैती की धारा, क्राइम ब्रांच करेगी जांच

दिल्ली में ट्रैक्टर मार्च के दौरान हुई हिंसा पर दिल्ली पुलिस अब ऐक्शन में है. जानकारी मिली है कि दिल्ली पुलिस ने आपराधिक साजिश के साथ लाल किले में डकैती का मामला दर्ज किया है. राजधानी दिल्ली के कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है. इसमें 10 से ज्यादा विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि समझौता मीटिंग में मौजूद कोई भी किसान नेता फिलहाल दिल्ली नहीं छोड़ेगा, ऐसी हिदायत दिल्ली पुलिस ने दी है.मिली जानकारी के मुताबिक, इसमें धारा 395, धारा 397 और धारा 120b  जैसी गंभीर आपराधिक धाराएं भी शामिल की गई हैं. शिकायत के मुताबिक, लाल किले के अंदर आपराधिक साजिश के तहत डकैती डाली गई और वहां से कुछ सामान भी ले जाया गया.

दिल्ली पुलिस शाम 4 बजे करेगी प्रेस कॉन्फ्रेंस

दिल्ली में मंगलवार को हुई हिंसा पर आज शाम चार बजे प्रेस से मिलेंगे दिल्ली पुलिस इंटेलीजेंस विंग के स्पेशल कमिश्नर दीपेंद्र पाठक. यह जानकारी दिल्ली पुलिस मुख्यालय ने दी.

अब तक 200 आंदोलनकारी हिरासत में

जानकारी मिली है कि दिल्ली पुलिस ने अब तक 200 आंदोलनकारियों को हिरासत में लिया है. इनपर दंगा करना, पब्लिक प्रोपर्टी को नुकसान पहुंचाना, पुलिस पर हमला करना जैसे चार्ज लगे हैं. पुलिस फिलहाल पूरी जांच के बाद अरेस्ट करेगी. अबतक 22 FIR दर्ज हुई हैं.

प्रदर्शनकारियों ने की SHO की उंगलियां काटने की कोशिश

वजीरपुर SHO पीसी यादव कल लाल किले में तैनात थे जहां इन पर हमला हुआ. इनकी उंगलियों को काटने की कोशिश हुई. ये खुद अपना ऊपर हुए हमले की कहानी बयां कर रहे हैं.

लाल किले के अंदर का वीडियो आया

लाल किले की कुछ तस्वीरें और वीडियो सामने आई हैं इसमें दिखाया गया है कि कैसे वहां चीजों के साथ तोड़फोड़ की गई. यहां पर सीसीटीवी कैमरा टूटा हुआ है, सामान ज़मीन पर बिखरे हुए है और कांच के टुकड़े भी ज़मीन पर पड़े हुए दिखे.

किसान आंदोलन को बदनाम किया गया – मुल्ला हन्नान

किसानों के आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश लगातार चल रही थी. हमें डर था कि कोई साजिश कामयाब न हो जाए मगर आखिर में साजिश कामयाब हो गई. लाल किले में बिना किसी सांठगांठ के कोई नहीं पहुंच सकता. इसके लिए किसानों को बदनाम करना ठीक नहीं है: अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव मुल्ला हन्नान

प्रहलाद सिंह पटेल लाल किले पहुंचे

केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल आज लाल किले पहुंचे. वह वहां हुई हिंसा के बाद की स्थिति का जायजा ले रहे हैं.

किसान आंदोलन को बदनाम किया गया – हन्नान मोल्लाह

किसानों के आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश लगातार चल रही थी. हमें डर था कि कोई साजिश कामयाब न हो जाए मगर आखिर में साजिश कामयाब हो गई. लाल किले में बिना किसी सांठगांठ के कोई नहीं पहुंच सकता. इसके लिए किसानों को बदनाम करना ठीक नहीं है: अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह

दीप सिद्धू पर किसान नेता ने उठाए सवाल

हमारा कार्यक्रम दिल्ली के आउटर रिंग रोड पर था वहां पर जाकर हम लोग वापस आ गए. हमारा न तो लाल किले का कार्यक्रम था, न ही झंडा फहराने का था. जिन लोगों ने ये काम किया हम उनकी निंदा करते हैं. जिसने भी ये काम किया वो दोषी है. दीप सिद्धू की फोटो PM के साथ भी आ रही है. हमें इन पर शक है. अब दीप सिद्धू किधर से लाल किले के पास गए और कहां से वापस आए. जिन लोगों ने ऐसा किया उन्हें चिंहित किया जाएगा. ये सब किसान मज़दूर को बदनाम करने के लिए किया गया है: किसान मज़दूर संघर्ष समिति के जनरल सचिव सरवन सिंह पंधेर

दिल्ली पुलिस के कमिश्नर की मीटिंग जारी

दिल्ली पुलिस के कमिश्नर फिलहाल सीनियर अफसरों के साथ एक मीटिंग कर रहे हैं. दिल्ली पुलिस के 300 से ज्यादा जवान हिंसा में जख्मी हुए हैं. आज दिल्ली पुलिस प्रेस ब्रीफिंग भी करेगी.

शंका सही साबित हुई – शाहनवाज हुसैन, BJP

जो शंका थी वो सही साबित हुई. किसान संगठन बड़ी-बड़ी बातें कर रहे थे कि अनुशासन रहेगा कि हम जश्न में शामिल हो रहे हैं. यह जश्न था या गणतंत्र दिवस के दिन भारत पर हमला था? इन्होंने लाल किले को अपवित्र किया है. इस सबके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. उकसाने का काम तो किसान संगठन के नेताओं ने किया. किसान संगठन का हर नेता सिर्फ भड़काने में लगा हुआ था. अब जब ये घटना घट गई तब वे तरह-तरह का ज्ञान दे रहे हैं : शाहनवाज हुसैन, BJP

कांग्रेस नेता बोले – तीन लोगों को किया चिन्हित

कोई पंधेर, पन्नू और दीप सिद्धू हैं ये तीन लोग जिन्हें अभी तक पंजाब वालों ने चिन्हित किया है जिन्होंने ये सारा कारनामा किया है. इनको बहुत बड़ी फंडिंग हुई है कि किसानों के आंदोलन को कैसे तबाह करना है. सरकार को ऐसे लोगों को कालकोठरियों में डाल देना चाहिए: रवनीत सिंह बिट्टू, कांग्रेस

कई जगह भारी ट्रैफिक जाम

दिल्ली के कुछ जगहों पर लगा लंबा ट्रैफिक जाम। आनंद विहार के पास की यह तस्वीर देखिए. ऐसा ही हाल DND का है.

दिल्ली हिंसा पर पुलिस करेगी प्रेस कॉन्फ्रेंस

दिल्ली में ट्रैक्टर मार्च के दौरान हुई हिंसा पर दिल्ली पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी. यह प्रेस कॉन्फ्रेंस 12 बजे की जाएगी. दिल्ली पुलिस के 300 से ज्यादा कर्मी हिंसा में जख्मी हुए हैं, मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी जा सकती है.

एडिशनल डीसीपी पर तलवार से हुआ था हमला

दिल्ली पुलिस ने बताया कि कल हिंसा में ITO पर सेंट्रल ऑपरेटर के एडिशनल डीसीपी पर तलवार से हमला हुआ था. बता दें कि हिंसा में कुल 86 पुलिसवाले जख्मी हैं.

‘झंडा लगाने को मंगाई थी लाठी, भटक कर लाल किला पहुंचे थे किसान’

किसान नेता राकेश टिकैत से जब लाल किले पर हुए प्रदर्शन और हिंसा की बात की गई तो वह बोले, ‘ट्रैक्टर चलाने वाले किसान तो अनपढ़ थे. उन्हें तो दिल्ली के रास्ते पता तक नहीं थे. प्रसाशन ने ही उन्हें दिल्ली के रास्ते बताए. वे लोग दिल्ली गए और वापस आ गए. उनमें से कुछ गलती से लाल किले की तरफ चले गए थे. पुलिस ने वापस आने में उनकी मदद की.’लाल किले पर हुए हिंसा के बारे में टिकैत ने कहा, ‘जिन्होंने लाल किले पर झंडे फहराए उन्हें अपने किए की सजा मिलेगी. पिछले 2 महीनों से एक खास समुदाय के खिलाफ साजिश रची जा रही है. यह सिखों का आंदोलन नहीं है, किसानों का है.’दीप सिंधु जिनपर लाल किले पर झंडा फहराने का आरोप लगा है उनपर बात करते हुए टिकैत ने कहा, ‘दीप सिंधु सिख नहीं, बीजेपी का कार्यकर्ता है. उनकी पीएम मोदी के साथ तक तस्वीर है. यह किसानों का आंदोलन है और वही रहेगा. कुछ लोगों को तुरंत यहां ये हटाया जाएगा, जिन्होंने बैरिकेडिंग तोड़ी को आंदोलन का हिस्सा नहीं हो सकते.’

टीकरी बॉर्डर पर भी फोर्स बढ़ी

टिकरी बॉर्डर पर भारी संख्या में सुरक्षाबल तैनात हैं. बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है.

ये भी पढ़े-सनी देओल ने दिल्ली में हुई हिंसा पर जताया दुख, दीप सिद्धू से संबंध होने से भी किया इनकार

मायावती ने की कानूनों को वापस लेने की अपील

देश की राजधानी दिल्ली में कल गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की हुई ट्रैक्टर रैली के दौरान जो कुछ भी हुआ, वह कतई भी नहीं होना चाहिए था. यह अति-दुर्भाग्यपूर्ण तथा केन्द्र की सरकार को भी इसे अति-गंभीरता से ज़रूर लेना चाहिए. साथ ही, BSP की केन्द्र सरकार से पुनः यह अपील है कि वह तीनों कृषि कानूनों को अविलम्ब वापस लेकर किसानों के लम्बे अरसे से चल रहे आन्दोलन को खत्म करे ताकि आगे फिर से ऐसी कोई अनहोनी घटना कहीं भी न हो सके.

अब तक 22 FIR दर्ज

दिल्ली में हुई हिंसा के मामले में FIR की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. अब तक कुल 22 FIR दर्ज हो चुकी हैं.

कानूनों को रद्द करे सरकार – अखिलेश यादव

बीजेपी सरकार ने जिस प्रकार किसानों को निरंतर उपेक्षित, अपमानित व आरोपित किया है, उसने किसानों के रोष को आक्रोश में बदलने में निर्णायक भूमिका निभायी है. अब जो हालात बने हैं, उनके लिए भाजपा ही कसूरवार है. बीजेपी अपनी नैतिक ज़िम्मेदारी मानते हुए कृषि-क़ानून तुरंत रद्द करे.

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ITO में सुरक्षा बढ़ी

दिल्ली: कल किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान आईटीओ इलाके में हुई हिंसा के बाद आज आईटीओ में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. गाज़ियाबाद के दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर सुरक्षाबल तैनात हैं. दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है.

दिल्ली से गाजीपुर वाला रास्ता बंद

गाजीपुर फूल मण्डी/फल मण्डी, NH-9 व NH-24 को बंद कर दिया है. जिसे दिल्ली से गाजियाबाद जाना है वह कड़कड़ी मोड़, शाहदरा व DND का प्रयोग करें . दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने यह जानकारी दी.

गैंगस्टर लक्खा का नाम अभी FIR में नहीं

ITO पर हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने आईपी स्टेट थाने में एक एफआईआर दर्ज की है. इस एफआईआर में ट्रैक्टर पर स्टंट करते हुए जिसने पुलिस पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की और पलटने से उसकी मौत हो गई उसका भी नाम है. बाकी आईटीओ पर हिंसा फैलाने वाले कई अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर है. सेंट्रल दिल्ली में यही एक एफआईआर हुई है. फिलहाल लक्खा सदाना पंजाब का गैंगस्टर जिसका नाम सोशल मीडिया पर घूम रहा है उसका नाम न तो एफआईआर में है न ही फिलहाल जांच में. सेंट्रल दिल्ली के मामले में.

राकेश टिकैत का वीडियो आया सामने

किसान नेता राकेश टिकैत का एक वीडियो अब सामने आया है. यह वीडियो ट्रैक्टर मार्च से पहले का है. इसमें वह किसानों से अपील करते हैं कि झंडे के साथ डंडा भी लेकर आना. राकेश टिकैत से जब इस पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने सफाई दी कि झंडा लगाने के लिए डंडा लाने को कहा था.

11 बजे किसान नेताओं की बैठक

सिंघु बॉर्डर पर आज पंजाब के किसान नेताओं की बैठक होगी. इसमें आगे की रणनीति बनाई जाएगी. मीटिंग सुबह 11 बजे होगी.

सिंघु बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ाई गई

ट्रैक्टर मार्च के दौरान हुई हिंसा के बाद सिंघु बॉर्डर पर भारी संख्या में फोर्स तैनात.

गैंगस्टर लक्खा सदाना की भूमिका की जांच

सेंट्रल दिल्ली में हुई हिंसा में अब गैंगस्टर लक्खा सदाना की भूमिका की जांच हो रही है. सदाना पर पंजाब में 2 दर्जन से ज्यादा केस दर्ज हैं. किसान आंदोलन में वह काफी दिनों से ऐक्टिव बताया जा रहा है.

लाल किले पर प्रदर्शकारियों के झंडा फहराने का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा

गणतंत्र दिवस पर किसान परेड (Farmers Parade) के दौरान लालकिला की प्राचीर पर प्रदर्शकारियों के झंडा फहराने का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. मुंबई के एक विधि छात्र ने मंगलवार को देश के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) एस ए बोबडे को पत्र लिखकर उनसे आग्रह किया कि गणतंत्र दिवस के दिन किसान ट्रैक्टर परेड के दौरान यहां लाल किले में हुई हिंसा का वह स्वत: संज्ञान लें. मुंबई विश्वविद्यालय के छात्र आशीष राय द्वारा लिखे गए पत्र में दावा किया गया है कि ट्रैक्टर परेड के दौरान ‘‘कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा आतंक फैलाया गया.’’ पत्र में कहा गया है, ‘‘जिस प्रकार से लाल किले में भारत के राष्ट्रीय ध्वज के स्थान पर अन्य समुदाय के झंडे को लहराया गया, उससे देश के सम्मान और गरिमा को चोट पहुंची.’’पत्र में दावा किया गया है कि इस दौरान बड़े पैमाने पर सार्वजनिक संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया गया. ‘‘यह एक शर्मनाक घटना है और इस घटना से पूरा देश आहत हुआ है. इस घटना के कारण, देश के संविधान के साथ ही राष्ट्रीय ध्वज का भी अपमान हुआ है. इस तरह के कृत्यों से भारतीय नागरिकों की संवैधानिक भावनाएं आहत होती हैं.’’ पत्र में अनुरोध किया गया है, ‘‘इस असंवैधानिक कृत्य में शामिल असामाजिक तत्वों के खिलाफ कठोर जांच और आरोपियों को दंडित करने के लिए इस पूरे मामले में एक विशेष जांच समिति गठित की जाए.’’

इंटरनेट सेवा बंद

दिल्ली और हरियाणा के कई इलाकों में इंटरनेट सेवा भी बंद की गई है. सोनीपत, पलवल, झज्जर में शाम 5 बजे तक इंटरनेट बंद. दिल्ली में सीमा से सटे इलाकों में इंटरनेट बंद है.

बढ़कर 15 हुई FIR की संख्या

दिल्ली में हुई हिंसा मामले में अबतक 15 FIR दर्ज हो चुकी हैं. पहले संख्या 7 थी. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अर्धसैनिक बलों की तैनाती का आदेश दिया जा चुका है.

अब तक 7 FIR दर्ज

दिल्ली की हिंसा में अबतक 7 एफआईआर दर्ज हुई हैं. इसमें से चार ईस्टर्न रेंज में दर्ज हैं.

दिल्ली मेट्रो ने बंद किए लाल किला स्टेशन के एंट्री गेट, बाकी लाइन्स पर सर्विस सामान्य हुई

किसान ट्रैक्टर मार्च के दौरान हुई हिंसा का असर दिल्ली मेट्रो पर भी पड़ा. आज यानी बुधवार को भी दिल्ली मेट्रो सतर्क होकर सावधानी बरते हुए है. इसलिए फिलहाल लाल किला मेट्रो स्टेशन के एंट्री गेट को बंद ही रखा गया है. बाकी सभी स्टेशन पर मेट्रो सर्विस सामान्य कर दी गई है. बता दें कि हिंसा को देखते हुए मेट्रो ने सावधानी बरती थी और कई स्टेशनों को बंद कर दिया था. ग्रीन लाइन को पूरी तरह बंद कर दिया गया था. लेकिन अब उसे खोल दिया गया है.

पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू ने मानी लाल किले पर झंडा फहराने की बात

पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू ने फेसबुक पर लाइव वीडियो में स्वीकार किया कि उन्होंने और उनके साथियों ने मंगलवार को ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले पर निशान साहिब और किसान मजदूर एकता के दो झंडे लहराए. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में दाखिल होने वाले सभी किसानों को उन्होंने नहीं भड़काया है. उन्होंने कहा कि लाल किले पर तिरंगे का किसी ने अपमान नहीं किया है. इससे पहले लाल किले की घटना पर हरियाणा में भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि लाल किले पर जाने का संयुक्त किसान मोर्चा का कोई भी कार्यक्रम नहीं था लेकिन दीप सिद्धू ने ऐसा करके आंदोलन को खराब करने का काम किया है.दीप सिद्धू ने अपने फेसबुक वीडियो में कहा कि उन पर जो आरोप लगाया जा रहा है कि लाल किले में हुई घटना के लिए वो अकेले ही जिम्मेदार है और वो ही कुछ किसानों को भड़का कर इस घटना को अंजाम दिया है, ये गलत है. उन्होंने कहा, “कई और किसान संगठनों के नेताओं ने भी ये पहले ही कह दिया था कि वो दिल्ली पुलिस द्वारा बताए गए रूट पर नहीं जाएंगे बल्कि रिंग रोड से लाल किले तक जाने की कोशिश करेंगे. ऐसे में बेवजह आरोप लगाया जा रहा है कि दीप सिद्धू ही इस आंदोलन को बदनाम करने की साजिश कर रहा है.”

दिल्ली पुलिस ने बताया- किन इलाकों में हुई अधिक हिंसा

दिल्ली पुलिस ने बताया है कि मुकरबा चौक, गाजीपुर, ए-पॉइंट आईटीओ, सीमापुरी, नांगलोई टी-पॉइंट, टिकरी बॉर्डर और लाल किले से अधिकांश घटनाएं सामने आई हैं. उपद्रवी भीड़ की ओर से की गई बर्बरता के इस कृत्य में 86 पुलिसकर्मियों के घायल हुए हैं. साथ ही कई सार्वजनिक व निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है.

गृहमंत्री शाह के घर कल 2 घंटे चली आपात बैठक

दिल्ली (Delhi) में गणतंत्र दिवस जैसे मौके पर मंगलवार को किसानों के हिंसक प्रदर्शन और लाल किले पर धार्मिक झंडा फहराए जाने की घटना को गृह मंत्रालय ने बेहद गंभीरता से लिया है. गृहमंत्री अमित शाह ने अपने आवास पर आपात बैठक बुलाकर राजधानी में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती के निर्देश दिए हैं. सभी धरोहरों और संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती होगी. राजधानी में हिंसा के जिम्मेदार लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के भी निर्देश दिल्ली पुलिस को जारी हुए हैं.राजधानी में मंगलवार को किसानों के ट्रैक्टर परेड के हिंसक रूप अख्तियार कर लेने और कई जगहों पर पुलिस से झड़प की घटना को गंभीरता से लेते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने मंत्रालय व दिल्ली पुलिस के आला अफसरों से बैठक बुलाई. बैठक में राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई. खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों ने उन्हें सूचनाएं दीं. सूत्रों के मुताबिक किसान आंदोलन की आड़ में प्रतिबंधित संगठनों की ओर से हिंसा को बढ़ावा दिए जाने के इनपुट खुफिया एजेंसियों को मिले हैं. खुफिया एजेंसियों ने आगे भी हिंसा की आशंका से इनकार नहीं किया. इस बैठक में गृह सचिव और आईबी के डायरेक्टर भी मौजूद रहे.

संयुक्त किसान मोर्चा ने की अपील – वापस प्रदर्शन स्थल लौटें किसान

करीब 10 घंटे पहले संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से बयान आया कि संयुक्त किसान मोर्चा किसान गणतंत्र दिवस परेड को तत्काल प्रभाव से बंद करके सभी प्रतिभागियों से तुरंत अपने संबंधित प्रदर्शन स्थलों पर लौटने की अपील करता है। आंदोलन शांतिपूर्वक जारी रहेगा और आगे के कदमों पर चर्चा करके जल्द निर्णय लिया जाएगा.

केंद्रीय मंत्री रतन लाल कटारिया बोले – वादा तोड़ने वाले नेताओं की निंदा करता हूं

आज गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में जिस तरह का तांडव हुआ उस पर मैं उन नेताओं की निंदा करता हूं जिन्होंने पुलिस के साथ बैठकर ट्रैक्टर परेड को शांतिपूर्वक निकालने का वचन दिया था, लेकिन जब दिल्ली में हिंसा का तांडव हो रहा था तब ये नेता दिखाई नहीं दिए: केंद्रीय मंत्री रतन लाल कटारिया

पंजाब और हरियाणा अलर्ट

किसानों के ट्रैक्टर मार्च में हुई हिंसा के बाद अब दिल्ली समेत एनसीआर में पुलिस अलर्ट पर है. लाल किले को खाली करवा लिया गया है. 83 पुलिसवालों के घायल होने के बाद दिल्ली पुलिस ने कई FIR दर्ज की है. कई इलाकों में इंटरनेट सर्विस पर पाबंदी लगाई गई है.

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