कुछ किसान संगठनों ने नये कृषि कानूनों का समर्थन किया, बोले- कोई बदलाव नहीं किया जाना चाहिए : नरेंद्र सिंह तोमर

कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन का आज 27वां दिन है. कल से किसान बारी-बारी भूख हड़ताल का ऐलान कर चुके हैं जो आज भी जारी रहेगी. आज किसानों की सिंघु बॉर्डर पर मीटिंग भी होनी है.

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को रोकें ब्रिटिश सांसद

किसान नेता कुलवंत सिंह संधू ने कहा कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री 26 जनवरी को भारत आने वाले हैं. हम ब्रिटेन के सांसदों को इस बारे में लिख रहे हैं कि जब तक भारत सरकार किसानों की बात नहीं मान ले तब तक वह प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को आने से रोकें.

कृषि मंत्री और भाकियू नेताओं के बीच मीटिंग

किसान आंदोलन के बीच कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और भाकियू नेताओं के बीच कृषि भवन में मीटिंग हुई. किसान संघर्ष समिति के नेता भी इस दौरान मौजूद रहे.

केंद्र के प्रस्ताव पर किसानों की मीटिंग

पंजाब के किसान नेता कुलवंत सिंह संधू ने किसानों की मीटिंग पर कहा, “आज की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि केंद्र द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर क्या निर्णय लिया जाए.”

किसानों ने बनाई 5 सदस्यों की समिति

पुलिस और प्रशासन से बातचीत और समन्वय स्थापित करने के लिए गाजीपुर बार्डर पर बैठे किसानों ने 5 सदस्यों की एक समिति बनाई है. इस समिति में तेजेन्द्र विर्क, जगतार बाजवा, राजबीर जादौन, धर्मेंद्र मालिक और डीपी सिंह शामिल हैं.

NH-24 का रास्ता खोला गया

किसानों ने 10 घंटे बाद नेशनल हाई-वे 24 खोला. दिल्ली से यूपी जाने वाला रास्ता खोला गया.

‘हम कृषि कानूनों में संशोधन नहीं उसके रद्द करने की मांग करते हैं’

किसान प्रेस कॉनफ्रेंस कर रहे हैं. इस दौरान किसान मजदूर संघर्ष समिति के सरवन सिंह पंढेर ने कहा “सरकार ने कृषि कानूनों के बारे में अपनी स्थिति तय की है. सारकार का कहना है कि कानूनों को वापस नहीं लिया जाएगा. सरकार ने एक पत्र जारी किया, जिसमें कहा गया कि यदि किसान इन कानूनों में संशोधन चाहते हैं, तो उन्हें चर्चा के लिए तारीख और समय प्रदान करना होगा.”

उन्होंने आगे कहा “यह सरकार द्वारा एक बेहतर कदम नहीं है, बल्कि किसानों को बरगलाए जाने का एक तरीका है. एक सामान्य व्यक्ति यह सोचेगा कि किसान जिद्दी हैं लेकिन तथ्य यह है कि हम कृषि कानूनों में संशोधन नहीं चाहते हैं, हम चाहते हैं कि वे पूरी तरह से रद्द किए जाएं.”

चिल्ला बॉर्डर बंद किया गया

किसानों के आंदोलन को देखते हुए चिल्ला बॉर्डर को नोएडा-गाजियाबाद से आने वाले वाहनों के लिए बंद कर दिया गया है. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने इसकी पुष्टि की है.

बंद है चिल्ला बॉर्डर

किसानों के प्रदर्शन की वजह से चिल्ला बॉर्डर को दिल्ली पुलिस ने बंद रखा है. नोएडा और गाजियाबाद की तरफ से दिल्ली आ रहे ट्रैफिक को इधर से आने की इजाजत नहीं है.

सिंघु बॉर्डर पहुंचे जेजी-बीसिंगर जेजी-बी

आज किसानों का समर्थन करने के लिए सिंघु बॉर्डर पहुंचे हैं. बता दें कि किसानों के समर्थन में पंजाबी कलाकारों का आना जारी है. कुछ दिनों पहले दिलजीत दोसांझ भी सिंघु बॉर्डर पहुंचे थे

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