वाराणसी। भारत और मॉरीशस के बीच काशी में हुई द्विपक्षीय वार्ता में एक अहम निर्णय लिया गया है। अब दोनों देश आपसी व्यापार स्थानीय मुद्रा में करेंगे। इस कदम से डॉलर पर निर्भरता कम होगी और कारोबार और अधिक सुगम बनेगा।
बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में आयोजित इस बैठक ने वैश्विक स्तर पर मजबूत संदेश दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत और मॉरीशस के रिश्ते केवल साझेदारी तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह एक परिवार जैसा संबंध है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष मॉरीशस में यूपीआई और रुपे कार्ड की शुरुआत हुई थी और अब स्थानीय मुद्रा में लेनदेन को बढ़ावा देने की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं।
वार्ता को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी सदियों से भारतीय संस्कृति और सभ्यता का प्रतीक रही है। भारत और मॉरीशस के बीच सांस्कृतिक और भावनात्मक जुड़ाव भी गहरा है। उन्होंने याद किया कि मार्च में उन्हें मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में शामिल होने का अवसर मिला था, जहां दोनों देशों ने अपने संबंधों को “उन्नत रणनीतिक साझेदारी” का दर्जा दिया।
वोस्ट्रो अकाउंट से सुविधा
भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में रुपये में वोस्ट्रो अकाउंट खोलने से जुड़े नियमों में बदलाव किया है। अब बैंकों को विदेशी बैंकों के लिए विशेष रुपया वोस्ट्रो अकाउंट खोलने की अनुमति बिना पूर्व स्वीकृति के मिलेगी। इससे दोनों देशों के बीच रुपये में लेन-देन सरल हो सकेगा और डॉलर का दबदबा धीरे-धीरे कम होगा।
वोस्ट्रो अकाउंट वास्तव में घरेलू बैंक द्वारा किसी विदेशी बैंक के लिए खोला गया खाता होता है, जो स्थानीय मुद्रा में लेनदेन की सुविधा देता है। इस प्रक्रिया के आसान होने से भारत और मॉरीशस के बीच आर्थिक सहयोग और तेज़ी से बढ़ेगा।