भारत आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए नेगेटिव आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट अनिवार्य

भारत आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए नेगेटिव आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट (Negative RT PCR Test Report) अनिवार्य होगी. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को नई गाइडलाइन (India Issues Fresh Travel Advisory) जारी की है. दरअसल, ब्रिटेन समेत दुनिया के कई देशों में अभी भी कोरोना वायरस महामारी के डेल्‍टा वेरिएंट ने कोहराम मचा रखा है. ब्रिटेन में 11 अक्‍टूबर के बाद से रोजाना 40 हजार से ज्‍यादा नए केस सामने आ रहे हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि भारत में 11 से 17 अक्टूबर के बीच कोविड-19 के दैनिक मामलों में 18 प्रतिशत और संक्रमण से होने वाली मौत के मामले में 13 प्रतिशत की कमी आई है. उसने इस बात पर भी जोर दिया कि यूरोपीय क्षेत्र के अलावा विश्व में हर जगह एक सप्ताह में सामने आए मामलों में कमी आई है. डब्ल्यूएचओ की ओर से मंगलवार को जारी किए गए ‘कोविड-19 विकली एपिडेमियोलॉजिकल अपडेट’ में ये जानकारी दी गई है.

यूरोपी देशों में 7 प्रतिशत की वृद्धि

इसमें बताया गया कि 11 से 17 अक्टूबर के बीच कोविड-19 के 27 लाख से अधिक मामले सामने आए और 46000 से अधिक लोगों की इससे मौत हुई. नए मामलों और संक्रमण से मौत की वैश्विक संख्या पिछले सप्ताह के समान ही रही. रिपोर्ट में कहा गया कि यूरोपीय क्षेत्र के अलावा विश्व में हर जगह इस एक सप्ताह में सामने आए मामलों में कमी आई है. यूरोपीय क्षेत्र में पिछले सप्ताह की तुलना में नए मामलों में सात प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई हैं.

बता दें कि भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप धीरे-धीरे कम हो रहा है. अभी तक कोविड-19 संक्रमण की तीसरी लहर का कोई संकेत नहीं मिला है. महामारी की पहली और दूसरी लहरों के बीच के अंतराल के आधार पर कुछ वायरोलॉजिस्ट और डॉक्टरों का कहना था कि अक्टूबर-नवंबर में एक तीसरी लहर आएगी. हालांकि अब कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि महामारी खत्म हो रही है. विशेषज्ञों के अनुसार, फिलहाल साप्ताहिक केस लोड में लगातार गिरावट दिखाई दे रही है.

कोविड मामलों का सात दिन का मूविंग एवरेज 50,000 से नीचे

डॉ टी जैकब जॉन के मुताबिक पिछले 16 हफ्तों से कोविड मामलों का सात दिन का मूविंग एवरेज 50,000 से नीचे रहा है. 9 अक्टूबर से यह 20,000 से नीचे हो गया है. ICMR के सेंटर ऑफ एडवांस्ड रिसर्च इन वायरोलॉजी के पूर्व निदेशक ने मंगलवार को एक ऑनलाइन वार्ता, ‘क्या महामारी खत्म हो गई है?’ में ये आंकड़े प्रस्तुत किए. उन्होंने ‘वायरस की प्रजनन संख्या’ के आधार पर गणना का हवाला दिया. जिसमें दिखाया गया था कि 450 मिलियन भारतीय संभवतः पहली लहर के दौरान और दूसरी लहर के दौरान 830 मिलियन संक्रमित थे.

वहीं दूसरी ओर कई विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना महामारी का खतरा अभी टला नहीं है. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि आने वाले त्योहारों में लोग सतर्क नहीं रहे तो मामले तेजी से बढ़ सकते हैं. एम्स (AIIMS) के डॉक्टर पीयूष रंजन ने इस संबंध में लोगों को सावधान रहने को कहा है. उन्होंने वैक्सीन लगवाने को बेहद जरूरी बताया है. डॉ पीयूष कहते हैं, “पूरे विश्व के वैज्ञानिकों ने माना है कि कोई वैक्सीन कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अहम हथियारों में से एक है. कोरोना को खत्म करने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों का इम्यून होना जरूरी है. इंफेक्शन होने से भी इम्यूनिटी आई है, लेकिन इसकी बजाय वैक्सीन से इम्यून होना ज्यादा अच्छा है. इसलिए पूरे विश्व के वैज्ञानिक वैक्सीन बनाने में जुट गए थे.”

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