पेरिस पैरालंपिक गेम्स 2024 में भारत की झोली में छठा गोल्ड मेडल आ गया है. भारतीय एथलीट प्रवीण कुमार ने पुरुषों की हाई जंप T64 कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया. प्रवीण ने इस इवेंट के फाइनल में 2.08 मीटर की जंप के साथ ये गोल्ड अपने नाम किया. इसके साथ ही प्रवीण ने टोक्यो पैरालंपिक गेम्स के अपने मेडल का रंग बदलने में भी सफलता हासिल की. पिछले पैरालंपिक गेम्स में उनकी झोली में सिल्वर मेडल आया था. प्रवीण के इस मेडल के साथ ही भारत के पदकों की संख्या 26 तक पहुंच गई है और मेडल टैली में भारत फिर से 14वें स्थान पर पहुंच गया है.
शुक्रवार 6 सितंबर को पैरालंपिक गेम्स में भारत की झोली में पहला मेडल ही प्रवीण कुमार की बेहतरीन जंप के दम पर आया. प्रवीण ने 2.08 मीटर की जंप की, जिसके दम पर उन्होंने नया एशियन रिकॉर्ड बनाया और साथ ही गोल्ड मेडल भी अपने नाम कर लिया. प्रवीण ने इस इवेंट में 5 अन्य खिलाड़ियों को पीछे छोड़कर ये गोल्ड मेडल जीता. अमेरिका के डेरेक लोकिडेंट (2.06 मीटर) ने सिल्वर मेडल जीता, जबकि 2 खिलाड़ियों ने ब्रॉन्ज पर कब्जा किया. उज्बेकिस्तान के तैमूरबेक गियाजोव और पोलैंड के मेसिएज लेपियाटो ने 2.03 मीटर की जंप के साथ संयुक्त रूप से तीसरा स्थान हासिल किया और ब्रॉन्ज जीते.
पैर की समस्या से जूझने वाले प्रवीण कुमार ने हाई जंप में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन किया है. खास तौर पर पिछले तीन साल उनके लिए बेहद शानदार रहे हैं. 2021 में उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था. फिर 2023 में उन्होंने हांगझू पैरा एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीत लिया था. हांगझू के प्रदर्शन को ही प्रवीण ने अब पेरिस में भी दोहराया और पैरालंपिक चैंपियन बनने की उपलब्धि हासिल कर ली. इसके साथ ही वो इन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले भारत के छठे एथलीट बन गए.