संयुक्त अरब अमीरात चार देशों के समूह ‘आई2यू2’ के तहत पूरे भारत में एकीकृत फूड पार्कों की एक श्रृंखला विकसित करने के लिए 2 बिलियन अमरीकी डालर का निवेश करेगा। गुरुवार को ‘आई2यू2’ नेताओं के पहले वर्चुअल शिखर सम्मेलन में यह भी कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, इजरायल के प्रधान मंत्री यायर लापिड और संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान एक संकर अक्षय ऊर्जा परियोजना को आगे बढ़ाएगें। इसके तहत गुजरात में 300 मेगावाट पवन और सौर ऊर्जा उत्पन्न करने की क्षमता वाली परियोजना और बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणालियों द्वारा पूरक किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को I2U2 वर्चुअल शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज की इस पहली समिट से ही I2U2 ने एक सकारात्मक एजेंडा स्थापित कर लिया है। हमने कई क्षेत्रों में संयुक्त परियोजनाएं की पहचान की है, और उनमें आगे बढ़ने का रोडमैप भी बनाया है। I2U2 फ्रेमवर्क के तहत जल, ऊर्जा, परिवाहन, स्वास्थ्य, स्पेस और खाद्य सुरक्षा के लिए 6 महत्वपूर्ण क्षेत्रों में संयुक्त निवेश बढ़ाने के लिए सहमत हुए हैं। बढ़ती हुई वैश्विक अनिश्चिताओं के बीच हमारा कॉपरेटिव फ्रेमवर्क व्यावहारिक सहयोग का एक अच्छा मॉडल है। मुझे पूरा विश्वास है कि I2U2 से हम वैश्विक स्तर पर ऊर्जा सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा और आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण योगदान करेंगे।
बाइडन ने कही यह बात
I2U2 समूह की पहली नेताओं की बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि आज हम जिन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं उनमें तेजी से जलवायु संकट या बढ़ती खाद्य असुरक्षा शामिल है… यूक्रेन के खिलाफ रूस के क्रूर हमले से अस्थिर बाजारों को और भी बदतर बना दिया गया है।
यायर लापिड का बयान
I2U2 समूह की पहली नेताओं की बैठक में इस्राइल के प्रधानमंत्री यायर लापिड ने कहा कि वास्तविक समाधान केवल उन देशों के माध्यम से आएगा जो संसाधनों को एक साथ लाना जानते हैं। हम दुनिया को बेहतर के लिए बदलना चाहते हैं। हमारा लक्ष्य निजी बाजार को भागीदार बनाना है। 4 अलग-अलग देश होने के बावजूद यह स्पष्ट है कि हम सभी एक ही चीज चाहते हैं जिसमें बुनियादी ढांचे का विकास, बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा शामिल है और पर्यावरण को होने वाले नुकसान को कम करना है।
शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि ‘I2U2’ ने अपने पहले शिखर सम्मेलन से ही एक सकारात्मक एजेंडा स्थापित किया है और यह ऊर्जा सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा और आर्थिक विकास के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान देगा। उन्होंने कहा कि समूह की सहकारी रूपरेखा बढ़ती वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच व्यावहारिक सहयोग के लिए एक अच्छा मॉडल है। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि I2U2 के साथ हम वैश्विक स्तर पर ऊर्जा सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा और आर्थिक विकास की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
एक संयुक्त बयान में कहा गया है, ” चार देशों के अनूठे समूह का उद्देश्य हमारे समाज की जीवंतता और उद्यमशीलता को दुनिया के सामने आने वाली कुछ सबसे बड़ी चुनौतियों से निपटने के लिए प्रयोग करना है। इसमें संयुक्त निवेश और स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा, पानी, ऊर्जा, परिवहन, अंतरिक्ष में नई पहल पर विशेष ध्यान दिया गया है।