प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में आयोजित चौरी-चौरा शताब्दी समारोह में हिस्सा लिया. आज से 100 साल पहले इसी दिन चौरी-चौरा की घटना हुई थी जो आजादी की लड़ाई की ऐतिहासिक घटनाओं में एक है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी चौरी-चौरा शताब्दी समारोहों को समर्पित एक डाक टिकट जारी की. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कार्यक्रम में मौजूद रहे.
कृषि कानूनों, किसानों का जिक्र
चौरी-चौरा के संघर्ष में किसानों की बड़ी भूमिका थी. पिछले 6 सालों में किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई प्रयास किए गए. महामारी में भी कृषि क्षेत्र आगे बढ़ा, किसानों ने रिकॉर्ड उत्पादन किया. किसान और सशक्त होगा तो अच्छा है. मंडियां किसानों के फायदे का बाजार बनें, इसके लिए 1,000 और मंडियों को ई-नाम से जोड़ा जाएगा. किसान अपनी फसल कहीं भी बेच सकेगा. ग्रामीण क्षेत्र के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर फंड को बढ़ाकर 40,000 करोड़ रुपये किया गया है. इसका सीधा लाभ देश के किसान हो होगा. ये सभी फैसले हमारे किसान को आत्मनिर्भर बनाएंगे, कृषि को लाभ का व्यापार बनाएंगे.
बजट में सरकार नहीं लाई कोई नया टैक्स – मोदी
कई दिग्गज ये कह रहे थे कि देश ने बड़े संकट का सामना किया है इसलिए सरकार को टैक्स बढ़ाना ही पड़ेगा। लेकिन इस बजट में देशवासियों पर कोई बोझ नहीं बढ़ाया गया, बल्कि देश को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए सरकार ने ज्यादा से ज्यादा खर्च करने का फैसला लिया है। पहले की सरकारें ऐसी घोषणाएं करती थी जो वह खुद पूरी नहीं कर पाती थी. अब सोच बदली है.
कोरोना काल में दुनिया की मदद कर रहा भारत – पीएम
कोरोना काल में भारत ने दुनिया के 150 से ज्यादा देशों के नागरिकों की मदद के लिए दवाइयां भेजी. भारत ने दुनिया के अलग अलग देशों से अपने 50 लाख से अधिक नागरिकों को स्वदेश लाने का काम किया. जब भारत ने अनेकों देशों के हजारों नागरिकों को सुरक्षित उनके देश भेजा. आज भारत खुद कोरोना की वैक्सीन बना रहा है. दुनिया के बड़े बड़े देशों से भी तेज गति से टीकाकरण कर रहा है. भारत मानव जीवन की रक्षा के लिए दुनिया भर को वैक्सीन पहुंचा रहा है. तो हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की आत्मा को गर्व महसूस होता होगा.
100 साल पहले जो हुआ उसका संदेश व्यापक था – मोदी
100 साल पहले जो हुआ वह सिर्फ थाने में आग लगा देने की घटना नहीं थी. इसका संदेश व्यापक था. आग थाने में नहीं, जन-जन के दिलों में लग चुकी थी. इतिहास में इसका जिक्र बहुत ज्यादा नहीं हुआ. लेकिन आजादी की लड़ाई में उनका खून देश की माटी में मिला है जो हमें प्रेरणा देता रहेगा. अनेक वजहों से पहले जब भी चौरी-चौरा की बात हुई उसे एक मात्र मामूली आगजनी के संदर्भ में ही देखा गया, लेकिन आगजनी किन परिस्थितियों में हुई, क्या वजह थी, ये भी उतनी ही महत्वपूर्ण है.
चौरी-चौरा शताब्दी पर डाक टिकट जारी
प्रधानमंत्री मोदी ने रिमोट का बटन दबाकर डिजिटल रूप से चौरी-चौरा शताब्दी समारोहों को समर्पित एक डाक टिकट जारी की. पीएम मोदी बोले मैं चौरी-चौरा के महान लोगों का स्वागत करता हूं और नमन करता हूं. पीएम ने कहा कि चौरी-चौरा की घटना ने स्वतंत्रता संग्राम को दी थी नई दिशा.
पीएम मोदी का कार्यक्रम शुरू
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम शुरू हो चुका है. पीएम मोदी के साथ सीएम योगी भी इसमें शामिल हैं. कार्यक्रम को पहले सीएम योगी ने संबोधित किया. योगी ने कहा कि चौरी-चौरा की घटना ने स्वाधीनता की लड़ाई को नई दिशा दी थी. सीएम योगी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लिए लोगों को स्वदेशी, स्वावलंबन, स्वच्छता की ओर अग्रसर होना चाहिए.
75 जिलों में मनाया जाएगा चौरी-चौरा शताब्दी समारोह
चौरी-चौरा शताब्दी समारोहों को मनाने का फैसला उत्तर प्रदेश सरकार ने ही लिया है. राज्य के सभी 75 जिलों में इस साल चार फरवरी से अगले साल चार फरवरी तक विभिन्न समाराहों का आयोजन किया जाएगा. चौरी चौरा गोरखपुर का एक गांव है. आजादी के आंदोलन के दौरान यह गांव ब्रिटिश पुलिस तथा स्वतंत्रता सेनानियों के बीच हुई हिंसक घटनाओं के कारण चर्चा में रहा. चौरी चौरा में 4 फरवरी, 1922 को स्थानीय पुलिस और राजनीतिक कार्यकर्ताओं के बीच अप्रत्याशित संघर्ष हुआ और फिर क्रोध से भरी हुई भीड़ ने चौरी-चौरा के थाने में आग लगा दी और 22 पुलिसकर्मियों को जिंदा जला दिया था. चौरी चौरा की इस घटना से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा चलाये गये ‘सविनय अवज्ञा आंदोलन’ को आघात पहुंचा, जिसके कारण उन्हें इसे स्थागित करना पड़ा था. इसी घटना के बाद भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक नया अध्याय जुड़ा और भारत की आजादी में शामिल क्रांतिकारियों की ‘नरम दल’ और ‘गरम दल’ बने.
चौरी-चौरा शताब्दी समारोह आज से शुरू
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में आयोजित चौरी-चौरा शताब्दी समारोह में हिस्सा लेंगे. आज से 100 साल पहले इसी दिन चौरी-चौरा की घटना हुई थी जो आजादी की लड़ाई की ऐतिहासिक घटनाओं में एक है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी चौरी-चौरा शताब्दी समारोहों को समर्पित एक डाक टिकट जारी करेंगे. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे.