नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बुधवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बाढ़ से पैदा हुई स्थिति पर स्थानीय प्रशासन से विस्तृत चर्चा कर जायजा लिया और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. यह जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारियों ने दी. उन्होंने बताया, ‘प्रधानमंत्री ने वाराणसी प्रशासन से विस्तृत चर्चा की और बाढ़ से पैदा हुई स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया.’ ज्ञात हो कि वाराणसी में गंगा और वरुणा नदियों में उफान से शहर के कई इलाकों में बाढ़ का पानी भर गया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शहर के निचले इलाकों में लोग दहशत में रह रहे हैं. बढ़ते जलस्तर के बाद शहरी कॉलोनियों में भी पानी भर गया और सड़कों पर नाव का इस्तेमाल करना पड़ रहा है. गंगा नदी का पानी पहले ही खतरे के निशान को पार कर गया है और यह लगातार बढ़ता जा रहा है. गंगा और वरुण के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने कंट्रोल रूम तैयार किया है. साथ ही अलग-अलग विभागों के अधिकारियों को भी तैनात किया गया है.
इंडिया टुडे में बीते मंगलवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, सभी की आंखें गंगा के जलस्तर पर हैं और हर घंटे के हिसाब से इसकी निगरानी की जा रही है. इसके अलावा पानी के चलते घाट भी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. मणिकर्णिका घाट पहले ही डूब चुका है, जिसके चलते दाह संस्कार सड़कों पर बने प्लेटफॉर्म्स पर किए जा रहे हैं. हरीषचंद्र घाट पर भी सड़कों पर दाह संस्कार हो रहा है.
गंगा और वरुण में जलस्तर बढ़ने के कारण यलो लाइन इलाके बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. मध्य प्रदेश, बेतवा और कानपुर की गंगा बैराज से पानी छोड़ने के चलते जिले में बाढ़ जैसी स्थिति हो रही है. अधिकारियों संभावना जता रहे हैं कि शुक्रवार तक जलस्तर कम हो जाएगा, लेकिन अगले कुछ दिनों तक स्थिति काफी खराब रहेगी. इससे पहले मध्य प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, राजस्थान समेत कई राज्य बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर चुके हैं.