प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की राष्ट्रीय सदस्यता अभियान 2024 के शुभारंभ के अवसर पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी अपने संविधान के आधार पर चलती है. इससे पहले पीएम मोदी ने आज नई दिल्ली में पार्टी की नई सदस्यता ग्रहण कर बीजेपी राष्ट्रीय सदस्यता अभियान 2024 का शुभारंभ किया. पीएम मोदी ने मिस्ड कॉल देकर बीजेपी की सदस्यता (नवीनीकरण किया) ली और सदस्यता अभियान के पहले सदस्य बने.
पीएम मोदी ने कहा कि आज सदस्यता अभियान का एक और दौर प्रारंभ हो रहा है. भारतीय जनसंघ से लेकर अब तक हमने देश में एक नई राजनीतिक संस्कृति लाने का भरसक प्रयास किया है. जब तक जिस संगठन के माध्यम से या जिस राजनीतिक दल के माध्यम से देश की जनता सत्ता सुपुर्द करती है, वो ईकाई, वो संगठन और वो दल अगर लोकतांत्रिक मूल्यों को नहीं जीता है, आंतरिक लोकतंत्र निरंतर उसमें पनपता नहीं है तो वैसी स्थिति बनती है जो आज देश कई दलों को हम देख रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि बीजेपी एकमात्र ऐसा दल है. जो अपनी पार्टी के संविधान के अनुसार अक्षरश: लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का पालन करते हुए अपने काम का लगातार विस्तार कर रहा है. जन-सामान्य की आशा, आकांक्षाओं पर खरा उतरने के लिए अपने आप को निरंतर योग्य बनाते रहता है.
पीएम मोदी ने बीजेपी के शुरुआती संघर्ष का जिक्र करते हुए कहा, “सदस्यता अभियान का एक और दौर शुरू हो रहा है. हमने देश में नई राजनीतिक संस्कृति लाने का प्रयास किया है. दल को लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ जीना होता है. अगर ये नहीं है तो देश के कई दल की तरह यह भी बन जाएगा. जब पार्टियां आंतरिक लोकतंत्र का पालन नहीं करतीं तो क्या होता है, यह कई पार्टियों में आज देखा जा सकता है.”
पार्टी के शुरुआती दिनों के संघर्ष को याद करते हुए पीएम मोदीने कहा, “यह दल ऐसे ही नहीं पहुंचा है यहां तक. कई पीढ़ियां दल को बनाने के लिए खप गईं. मैं जब राजनीति में नहीं था, तो जनसंघ के जमाने में बढ़े उत्साह के साथ कार्यकर्ता दीवारों पर दीपक (तब यही चिन्ह हुआ करता था) किया पेंट करते थे तो कई राजनीतिक दलों के नेता अपने भाषणों में मजाक उड़ाते थे कि दीवारों पर दीपक पेंट करने से सत्ता के गलियारों तक नहीं पहुंचा जा सकता है. हम वो लोग हैं, जिन्होंने श्रद्धा से दीवारों पर कमल पेंट किया, क्योंकि विश्वास था कि दीवारों पर पेंट किया कमल कभी न कभी तो दिलों पर भी पेंट हो जाएगा.”
पीएम मोदी ने कहा, “आज भी कुछ राज्यों में बीजेपी के कार्यकर्ता उसी जीवन को जीते हैं और अपने आदर्शों के लिए जूझते हैं. संसद में जब दो सदस्य हुआ करते थे तब हमारा मजाक उड़ाया जाता था. एक समय, हमारे कार्यकर्ताओं के लिए कहा जाता था कि उसका एक पैर रेल में होता है और दूसरा जेल में होता है. रेल में इसलिए… कि बीजेपी का कार्यकर्ता निरंतर भ्रमण करता था, प्रवास करता था और समाज की समस्याओं के समाधान के लिए सत्ता पर बैठे हुए लोगों के सामने संघर्ष करता था… इसलिए कभी जेल तो कभी बाहर… ये उसकी स्थिति होती थी.” उन्होंने आगे कहा कि हमने ये सब झेला क्योंकि नेशन फर्स्ट का कांसेप्ट था… लगातार चलते रहे.