उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी) का प्रश्नपत्र लीक करने के आरोप में एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार तीनों आरोपियों को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ करेगी। इसके लिए शामली पुलिस कोर्ट में जल्द ही अर्जी दाखिल करेगी। पुलिस का मानना है कि इस गैंग में अन्य कई लोग शामिल हो सकते हैं। उधर, मौके से फरार हुए आरोपी की तलाश में एसटीएफ और पुलिस की टीमें दबिश दे रही हैं।
रविवार सुबह एसटीएफ मेरठ की टीम ने शामली क्षेत्र में मेरठ-करनाल हाईवे पर बुटराड़ी बिजली घर के निकट से यूपी टीईटी का पेपर लीक करने के आरोप में मनीष उर्फ मोनू निवासी झाल, रवि पंवार निवासी गांव नाला और धर्मेंद्र निवासी बुटराड़ी को गिरफ्तार किया था। मौके से अजय उर्फ बबलू निवासी गांव नाला फरार हो गया था। एसटीएफ ने उनके पास से टीईटी का मूल प्रश्नपत्र, प्रश्नपत्र की फोटो कॉपी, 17 हजार रुपये नकद, मोबाइल फोन और कार बरामद किया था। एटीएस के इंस्पेक्टर की तरफ से शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था।
पुलिस ने तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। उधर, एसटीएफ और पुलिस की टीम फरार आरोपी अजय की तलाश में दबिश दे रही है, लेकिन अभी तक वह पकड़ में नहीं आ सका है। पुलिस का मानना है कि प्रश्नपत्र लीक करने के वाले गैंग में अन्य कई लोग भी शामिल हो सकते हैं।
वहीं आरोपियों से पूछताछ के लिए कोर्ट से पुलिस कस्टडी रिमांड लेने की तैयारी की जा रही है। पुलिस का मानना है कि आरोपियों से पूछताछ के बाद इस मामले में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है। आरोपियों के पास से मिले मोबाइल की कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है ताकि यह पता चल सके कि इनका जाल कहां तक फैला है और इनके तार कहां तक और किन-किन लोगों से जुड़े हैं।
एसपी सुकीर्ति माधव ने बताया कि पेपर लीक करने के आरोपियों से गहन पूछताछ के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिया जाएगा। कस्टडी रिमांड के लिए शामली पुलिस की तरफ से जल्द ही कोर्ट में अर्जी दाखिल की जाएगी। मौके से फरार आरोपी अजय उर्फ बबलू की तलाश में पुलिस और एटीएस की टीम लगी हुई है।