मेडेन फार्मास्युटिकल्स को कारण बताओ नोटिस, जांच रिपोर्ट आने के बाद होगी कार्रवाई

हरियाणा। गाम्बिया में हाल ही में 66 बच्चों की मौत हो गई थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट में इस बात की आशंका जताई गई थी कि भारत में बने चार कफ सिरप पीने से इन बच्चों की मौत हुई है। इस रिपोर्ट के एक सप्ताह के बाद हरियाणा की फार्मा कंपनी मेडेन फार्मास्युटिकल्स में बड़ी अनियमितताएं पाई गई हैं। हरियाणा के ड्रग कंट्रोलर ने दवा निर्माण के लिए तय मापदंडों के उल्लंघन को 12 बिंदुओं में दर्शाया है। अधिकारियों ने सोनीपत में जांच के दौरान इसका पता लगाया है।

अधिकारियों ने कंपनी को एक कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है। इसमें कहा गया है कि फार्मा कंपनी दवाओं के निर्माण और परीक्षण के लिए उपयोग किए जाने वाले उपकरणों की लॉग बुक नहीं बना सकी। कफ सिरप के निर्माण के लिए प्राप्त संभावित खतरनाक रसायनों के बैच नंबर का उल्लेख नहीं किया गया है। केमिकल्स में प्रोपलीन ग्लाइकोल, सोर्बिटोल सॉल्यूशन और सोडियम मिथाइल पैराबेन शामिल हैं।

कंपनी सिरप के निर्माण की प्रक्रिया और उसके तरीकों को मान्य करने में विफल रही है। कफ सिरप के जांचकर्ताओं को टेस्टिंग रिपोर्ट भी नहीं प्रदान की गई। मैन्युफैक्चरिंग की तारीख और दवा बनाने की अनुमति देने की तारीख में भी गई गलतियां हैं।

हरियाणा राज्य औषधि नियंत्रक ने कंपनी को अपने कारण बताओ नोटिस का जवाब देने के लिए 7 दिन का समय दिया है। इसके अलावा फार्मा कंपनी के लाइसेंस को निलंबित या रद्द किया जा सकता है। साथ ही आगे की कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here