लगातार चार सत्रों की गिरावट के बाद मंगलवार को घरेलू शेयर बाजार में सुधार देखने को मिला। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 203.95 अंक चढ़कर 82,457.41 अंक पर पहुंचा, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 68.85 अंकों की मजबूती के साथ 25,151.15 पर खुला। इससे एक दिन पहले सोमवार को सेंसेक्स 247.01 अंक की गिरावट के साथ 82,253.46 पर और निफ्टी 67.55 अंक गिरकर 25,082.30 पर बंद हुआ था।
किन शेयरों को हुआ लाभ, कौन रहे नुकसान में
बीएसई के शीर्ष लाभ कमाने वाले शेयरों में सन फार्मा, भारती एयरटेल, महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, टाटा मोटर्स और इंफोसिस शामिल रहे। वहीं, एचसीएल टेक के शेयर लगभग तीन प्रतिशत गिरे। इसके अलावा अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा स्टील और आईसीआईसीआई बैंक के स्टॉक्स में भी गिरावट रही। एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, सोमवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 1,614.32 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 1,787.68 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

विश्लेषकों की राय
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार के अनुसार बाजार अभी भी उतार-चढ़ाव के दौर से गुजर रहा है और किसी स्पष्ट ट्रेंड का संकेत नहीं मिल रहा। उन्होंने बताया कि अप्रैल से जून तक एफआईआई शुद्ध खरीदार रहे थे, लेकिन जुलाई में उनके रुख में बदलाव देखा गया है। उन्होंने सीपीआई महंगाई दर में गिरावट को एक सकारात्मक संकेत बताया, जिससे ब्याज दरों में कटौती की संभावना बनती है।

एशियाई बाजारों का रुख
जापान का निक्केई 225 और हांगकांग का हैंगसेंग सूचकांक सकारात्मक रुख में कारोबार कर रहे थे, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी और चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक गिरावट के साथ कारोबार करते दिखे। अमेरिका के बाजार सोमवार को बढ़त के साथ बंद हुए। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड 0.39% गिरकर 68.94 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

डॉलर के मुकाबले स्थिर रहा रुपया
मंगलवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 85.92 के स्तर पर स्थिर रहा। विदेशी मुद्रा डीलरों के अनुसार डॉलर इंडेक्स में मजबूती और एफआईआई की बिकवाली के बीच रुपया सीमित दायरे में रहा। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 85.97 पर खुला, लेकिन जल्द ही 85.92 पर पहुंच गया। सोमवार को यह 12 पैसे की गिरावट के साथ इसी स्तर पर बंद हुआ था। फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स के ट्रेजरी प्रमुख अनिल भंसाली ने बताया कि डॉलर की मजबूती और एशियाई मुद्राओं की कमजोरी का असर रुपये पर पड़ा है।