समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खान आज शुक्रवार को 27 महीने बाद जेल से रिहा हुए। वे सीतापुर जेल में बंद थे. सुबह से उनके समर्थकों की भीड़ सीतापुर जेल के आसपास जमा थी। आजम खान को लेने उनके दोनों बेटे अब्दुल्ला और अदीब सीतापुर जेल पहुंचे थे। वहीं, प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव भी आजम खान को लेने सीतापुर जेल पहुंच गए। बता दें कि आजम खान को सुप्रीम कोर्ट ने 19 मई को अंतरिम जमानत दे दी थी।
सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद उनकी रिहाई के आदेश का इंतजार किया जा रहा था। कल शाम 5.30 बजे तक आजम की रिहाई के आदेश की सर्टिफाइड कॉपी जेल तक नहीं पहुंच पाई थी, इसलिए वे कल रिहा नहीं हो पाए थे। रिहाई के आदेश की सर्टिफाइड कॉपी देर रात तक जेल प्रशासन को भेज दिया गया।
शिवपाल सिंह यादव ने आजम खान को लेने सीतापुर जेल पहुंचे, इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीट कर दी. उन्होंने ट्वीट किया, “सूबे के आवाम के लिए यह सुखद है कि आजम खान साहब आज उनके चाहने वालों के बीच होंगे. मैं सीतापुर के लिए निकल चुका हूं, उत्तर प्रदेश के क्षितिज पर नया सूरज निकल रहा है. आइए, आजम खान साहब का इस्तकबाल करें.”
वहीं, आज़म खान की रिहाई को लेकर उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म खान ने भी एक ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि उनके पिता को 20 मई की सुबह रिहाई मिल जाएगी. अब्दुल्ला ने लिखा, “इंशाल्लाह कल 20.05.2022 को सुबह सूरज की पहली किरण के साथ मेरे वालिद इंशाल्लाह एक नए सूरज की तरह जेल से बाहर आएंगे और इस नई सुबह की किरणे तमाम जुल्मतों के अंधेरों को मिटा देंगी.”
आजम की रिहाई पर अखिलेश ने किया ट्वीट
आजम की रिहाई पर अखिलेश यादव की तरफ से कोई प्रतिक्रिया न आने पर कई कयास लगाए जा रहे थे, हालांकि उन सभी पर विराम लगाते हुए सपा मुखिया ने ट्वीट कर आजम का स्वागत किया है। अखिलेश ने लिखा, सपा के वरिष्ठ नेता व विधायक आजम खान जी के जमानत पर रिहा होने पर उनका हार्दिक स्वागत है। जमानत के इस फैसले से सर्वोच्च न्यायालय ने न्याय को नए मानक दिए हैं। पूरा ऐतबार है कि वो अन्य सभी झूठे मामलों-मुकदमों में बाइज्जत बरी होंगे। झूठ के लम्हे होते हैं, सदियां नहीं!
सपा के पूर्व विधायक अनूप गुप्ता के घर पहुंचे आजम
पहले ही कयास लगाए जा रहे थे कि आजम खां जेल से रिहा होकर सबसे पहले सपा के पूर्व विधायक अनूप गुप्ता के घर जाएंगे। आजम की रिहाई के बाद हुआ भी ऐसा ही। वह जेल से रिहा होकर सबसे पहले वहीं पहुंचे। कहा जाता है कि यह विधायक आजम के सुख दुख के साथी रहे हैं।
मीडिया से नहीं की बात
आजम खां को हिदायत दी गई है कि वह किसी मीडिया आदि से बात न करें, यही वजह है कि उनकी कार का शीशा नीचे नहीं हुआ और उन्होंने किसी से भी बात नहीं की।