सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव भरा कारोबार देखा गया, और बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी मामूली गिरावट के साथ बंद हुए। लगातार विदेशी फंडों की निकासी और आरबीआई के आगामी ब्याज दर निर्णय से पहले निवेशक सतर्क बने रहे।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 61.52 अंक या 0.08 प्रतिशत गिरकर 80,364.94 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 80,851.38 के उच्चतम और 80,248.84 के निचले स्तर तक गया। वहीं, एनएसई का 50 शेयरों वाला निफ्टी 19.80 अंक या 0.08 प्रतिशत गिरकर 24,634.90 पर बंद हुआ। लगातार सातवें सत्र में निफ्टी 3 प्रतिशत से अधिक गिर चुका है।
सेंसेक्स कंपनियों का प्रदर्शन
मारुति, एक्सिस बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, आईसीआईसीआई बैंक, भारती एयरटेल, इंफोसिस, अडानी पोर्ट्स और हिंदुस्तान यूनिलीवर शेयरों में गिरावट देखी गई। टाइटन, भारतीय स्टेट बैंक, इटर्नल और ट्रेंट ने लाभ में कारोबार किया।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि घरेलू बाजार में सत्र अस्थिर रहा। छुट्टियों वाले संक्षिप्त सप्ताह और एफआईआई की लगातार बिकवाली से निवेशक सतर्क हो गए हैं। अमेरिका-भारत व्यापार समझौते में स्पष्टता का अभाव और आईटी व फार्मा सेक्टर पर लंबे समय से दबाव भी बाजार की निकट भविष्य की चिंताओं में शामिल है।
वैश्विक बाजार का हाल
एशियाई बाजार में दक्षिण कोरिया का कोस्पी, शंघाई का एसएसई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि जापान का निक्केई 225 गिरावट में रहा। यूरोप के शेयर बाजार में सोमवार को बढ़त रही। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को मजबूती के साथ बंद हुए।
रुपया और कच्चा तेल
रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले सात पैसे मजबूत होकर 88.79 पर बंद हुआ। ब्रेंट क्रूड का भाव 1.25 प्रतिशत गिरकर 69.25 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 5,687.58 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 5,843.21 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। पिछले शुक्रवार सेंसेक्स 733.22 अंक या 0.90 प्रतिशत गिरकर 80,426.46 पर और निफ्टी 236.15 अंक या 0.95 प्रतिशत गिरकर 24,654.70 पर बंद हुआ था।