कश्मीर में आतंकियों का कहर जारी, 2 नागरिकों की गंजीपोरा में हत्या

दक्षिणी कश्मीर में रविवार को दूसरे दिन भी आतंकियों ने टारगेट किलिंग करते हुए दो और मजदूरों को मार डाला। एक अन्य घायल है। सभी मजदूर बिहार के रहने वाले हैं। घटना के बाद पूरे इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया, लेकिन आतंकियों का पता नहीं चला। आतंकियों ने 24 घंटे में दूसरी टारगेट किलिंग की वारदात को अंजाम दिया है। एक दिन पहले आतंकियों ने श्रीनगर में बिहार निवासी गोलगप्पे वाले अरविंद कुमार शाह व उत्तर प्रदेश के सहारनपुर निवासी सगीर की हत्या कर दी थी। इस महीने अब तक आतंकियों ने आठ सिख तथा हिंदुओं की हत्या कर दी है।

पुलिस ने बताया कि मारे गए मजदूरों की शिनाख्त राजा रेशी देव व जोगिंदर रेशी के रूप में हुई है। तीसरे घायल चुनचुन रेशी दास का जीएमसी अनंतनाग में इलाज चल रहा है। बताते हैं कि बिहार के कई मजदूर कुलगाम के वानपोह इलाके में किराए के कमरे में रहते हैं। रविवार की शाम आतंकियों ने पहुंचकर वहां फायरिंग की जिसमें तीन मजदूर गंभीर रूप से जख्मी हो गए। तीनों को साथी मजदूरों ने तत्काल अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने राजा और जोगिंदर को मृत घोषित कर दिया। तीसरे जख्मी चुनचुन की हालत गंभीर बताई जा रही है।  

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस तथा अन्य सुरक्षा एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी हासिल की। साथ ही पूरे इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया गया। हालांकि, देर रात तक आतंकियों का कोई सुराग हाथ नहीं लगा था। ज्ञात हो कि आतंकियों ने इससे पहले कश्मीरी पंडित दवा कारोबारी मक्खन लाल बिंदरू, बिहार के गोलगप्पे वाले वीरेंद्र पासवान, सिख शिक्षक सतिंदर कौर व जम्मू निवासी शिक्षक दीपक चंद की गोली मारकर हत्या कर दी थी। गत शनिवार 16 अक्तूबर को दो और नागरिकों को आतंकियों ने मार डाला था।

लगातार बढ़ रही टारगेट किलिंग की घटनाओं के बाद इमरजेंसी एडवाइजरी जारी
घाटी में आतंकियों द्वारा बाहरी मजदूरों को निशाना बनाए जाने की वारदात में हुए इजाफे के बाद प्रशासन ने इमरजेंसी एडवाइजरी जारी की है। इसके अंतर्गत जो लोग अन्य राज्यों से घाटी में काम करने आए हैं, उन्हें नजदीकी पुलिस या सेना कैंप में रखा जाएगा। 

हालिया नागरिक हत्याओं में कश्मीरी शामिल नहीं: फारूक
नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में हाल में हुई नागरिक हत्याओं में कश्मीरी लोग शामिल नहीं थे। ये हमले कश्मीरियों को बदनाम करने की साजिश के तहत किए गए थे। उन्होंने इन घटनाओं को केंद्र शासित प्रदेश में शांतिपूर्ण माहौल को बाधित करने का प्रयास करार दिया।

श्रीनगर से लोकसभा सांसद डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि ये हत्याएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं और एक साजिश के तहत बेगुनाहों को मारा जा रहा है। भारत में होने वाली एनएसए स्तर की बातचीत में पाकिस्तान के शामिल होने को लेकर कहा कि दोस्ती की ओर ले जाने वाली कोई भी पहल स्वागत योग्य है। हमें प्रार्थना करनी चाहिए और उम्मीद करनी चाहिए कि दोनों देशों के बीच दोस्ती हो और हम आराम से जिंदा रह सकें। 

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