तमिलनाडु (Tamil Nadu) में कुन्नूर के पास हुए हेलिकॉप्टर हादसे (helicopter crash) में जान गंवाने वाले सभी 10 सैन्यकर्मियों के शवों की पहचान कर ली गई है. शवों की पहचान के साथ कुछ शवों को संबंधित परिजनों को सौंप भी दिए गए हैं. सैन्य अधिकारियों ने शनिवार को ये जानकारी दी. जिन सैन्यकर्मियों के शवों की पिछले कुछ घंटों में पहचान की गई है, वो हैं जूनियर वारंट अफसर (जेडब्ल्यूओ) प्रदीप, विंग कमांडर पी एस चौहान, जेडब्ल्यूओ राणा प्रताप दास, स्क्वाड्रन लीडर के सिंह, लांस नायक बी साई तेजा और लांस नायक विवेक कुमार.
इसके अलावा बाकी बचे जिन चार शवों की पहचान हो गई है, वो हैं लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, हवलदार सतपाल राय, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार. इन सभी के पार्थिव शरीर को उनके परिजनों को रविवार सुबह सौंप दिया जाएगा. इन दिवंगत सैन्यकर्मियों को उनके शव उनके गृह क्षेत्र भेजे जाने से पहले दिल्ली छावनी स्थित बेस अस्पताल में श्रद्धांजलि दी गई.
हादसे में जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की हालत नाजुक
बुधवार को सेना के एमआई17वी5 हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एल एस लिड्डर समेत 13 लोगों का निधन हो गया था. सभी शवों को दुर्घटना के एक दिन बाद गुरुवार शाम तमिलनाडु के सुलूर से दिल्ली लाया गया था. हादसे में जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की हालत नाजुक है और उनका इलाज चल रहा है.
वरुण के पिता ने शनिवार को कहा कि उनका पुत्र अस्पताल से ठीक होकर बाहर आएगा, क्योंकि वो एक योद्धा है. उन्होंने कहा कि उनके बेटे की स्वास्थ्य पर हर घंटे नजर रखी जा रही है. लगभग दस साल पहले सेना से सेवानिवृत्त हो चुके कर्नल केपी सिंह ने कहा कि सबसे अच्छी चिकित्सा सुविधा और सबसे अच्छे विशेषज्ञ उसका इलाज कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पूरे देश की प्रार्थना उनके बेटे के साथ है. उन्होंने कहा कि यहां बहुत से लोग उससे मिलने के लिए आ रहे हैं. वरुण के पिता ने कहा कि वो इससे जीत कर बाहर आयेगा. वो एक योद्धा है. वो बाहर आएगा.