भारतीय शेयर बाजार में शुक्रवार को लगातार तीसरे सत्र में गिरावट दर्ज की गई। आईटी, ऑटो और ऊर्जा क्षेत्रों में भारी बिकवाली के चलते प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी लाल निशान पर बंद हुए।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 689.81 अंकों (0.83%) की गिरावट के साथ 82,500.47 के स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह अधिकतम 748.03 अंक लुढ़ककर 82,442.25 तक पहुंचा था। वहीं, एनएसई निफ्टी भी 205.40 अंक (0.81%) की गिरावट के साथ 25,149.85 पर बंद हुआ।
किन शेयरों ने बाजार को नीचे खींचा?
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के शेयरों में जून तिमाही की आय रिपोर्ट के बाद 3.46% की गिरावट दर्ज हुई। इसके अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारती एयरटेल, टाटा मोटर्स, टाइटन, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, बजाज फाइनेंस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, ट्रेंट, इंफोसिस और एचडीएफसी बैंक भी नुकसान में रहे।
हालांकि हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) के शेयरों में 4.61% की तेजी आई, क्योंकि कंपनी ने प्रिया नायर को पहली महिला एमडी और सीईओ नियुक्त करने की घोषणा की। एक्सिस बैंक, एनटीपीसी, इंटर्नल और एसबीआई के शेयर भी लाभ में बंद हुए।
बाजार पर विश्लेषकों की राय
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा कि कमजोर तिमाही शुरुआत और टैरिफ को लेकर अनिश्चितता से बाजार में गिरावट आई है। निवेशकों का फोकस अब कंपनियों के तिमाही परिणामों पर रहेगा। उन्होंने आगाह किया कि वर्तमान महंगे मूल्यांकन और वैश्विक अनिश्चितताओं की वजह से निवेशकों की सतर्कता बनी रहेगी। साथ ही आईटी सेक्टर में नए ऑर्डर की कमी और निवेश में देरी से आने वाले समय में परिणामों पर दबाव पड़ सकता है।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों का हाल
एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कोस्पी और जापान का निक्केई गिरावट के साथ बंद हुए, जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग ऊपर बंद हुए। यूरोपीय बाजार भी लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। गुरुवार को अमेरिकी शेयर बाजार हरे निशान में बंद हुए थे।
क्रूड ऑयल और विदेशी निवेशकों की गतिविधि
अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.31% बढ़कर 68.85 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गई।
वहीं, एक्सचेंज डेटा के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने गुरुवार को 221.06 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की थी।
पिछले सत्र में सेंसेक्स 345.80 अंक और निफ्टी 120.85 अंक नीचे बंद हुए थे।