हरिद्वार, 25 सितंबर: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की परीक्षा में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए युवाओं का धरना सोमवार से परेड ग्राउंड के पास जारी है। युवा परीक्षा रद्द करने की अपनी मांग पर अड़े हुए हैं।
धरने में युवाओं को विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक नेताओं ने संबोधित किया। शुरुआती प्रयासों में युवा सीएम आवास तक मार्च करना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए उन्हें वहीं रोक दिया। इसके बाद से धरना निरंतर जारी है।
मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने युवाओं के एक प्रतिनिधिमंडल से वार्ता की। लंबे समय तक चली बातचीत के बावजूद कोई नतीजा नहीं निकला, और युवा अपनी मांग पर कायम रहे।
युवाओं का आरोप है कि परीक्षा में व्यापक स्तर पर धांधली हुई है। इस मामले में पुलिस की जांच जारी है, अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सरकार ने एसआईटी का गठन किया है और एक पूर्व न्यायाधीश को मामले की समीक्षा का आदेश भी दिया गया है।
युवाओं ने स्पष्ट किया है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, वे धरने से हटने को तैयार नहीं हैं। इस कारण बुधवार को भी धरना जारी रहा।