यूपी: नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान और सदस्य 25 और 26 मई को लेंगे शपथ, 27 मई को होगी पहली बैठक

उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल ही में संपन्न हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में निर्वाचित ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सदस्यों के शपथ ग्रहण की तिथि घोषित कर दी है। प्रदेश में नवनिर्वाचित 58176 ग्राम प्रधान और 731813 ग्राम पंचायत सदस्य इसी महीने 25 और 26 मई को पद के लिए शपथ लेंगे। हालांकि कोरोना महामा को ध्यान में रखते हुए इस बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और ऑनलाइन माध्यम से शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित कराया जाएगा। नवगठित ग्राम पंचायतों की पहली बैठक 27 मई को होगी। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने आज प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों को इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिया है।

24 मई तक सूचना जारी करें जिलाधिकारी
अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने सभी जिलाधिकारियों को शासनादेश जारी करते हुए कहा है कि ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सदस्यों के शपथ ग्रहण के लिए 24 मई तक सूचना जारी कर दी जाए। हालांकि इस बार कोरोना वायरस की वजह से हालात अलग हैं। इसलिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और वर्चुअल माध्यम से ही शपथ ग्रहण की व्यवस्था की जाएगी। शासनादेश में उन्होंने कहा है कि, “शपथ के लिए स्थान एवं समय का निर्धारण करते हुए संबंधित प्रधानों एवं सदस्यों को शपथ ग्रहण की जगह, दिनांक और समय की सूचना पहले दे दी जाए। कोविड की वजह से बिगड़े हालातों को ध्यान में रखते हुए सभी नवनिर्वाचित 58176 ग्राम प्रधान और 731813 ग्राम पंचायत सदस्यों को ब्लॉक में एक साथ आमंत्रित कर शपथ दिलाना तर्कसंगत और सुरक्षित नहीं लग रहा है।” 

वर्चुअल माध्यम से 25 और 26 मई को होगा शपथ ग्रहण
उन्होंने आगे कहा है, “इसलिए राज्य सरकार ने फैसला लिया है कि जिलाधिकारी द्वारा नामित अधिकारी जनपद में नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सदस्यों को वर्चुअल माध्यम से 25 और 26 मई को पंचायतवार शपथ ग्रहण की व्यवस्था कराएंगे। ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सदस्य अपनी-अपनी पंचायतों में ही जिलाधिकारी द्वारा नामित अधिकारियों के समक्ष वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से शपथ ग्रहण ले सकेंगे। इसके लिए पंचायत घर, सामुदायिक भवन अथवा ग्राम पंचायत में स्थित कॉमन सर्विस सेंटर पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित होगा। ग्राम पंचायत सचिव लैपटॉप, इंटरनेट कनेक्टिविटी और दूसरी व्यवस्थाओं में सहयोग करेंगे।” 

हस्ताक्षर युक्त शपथ पत्रों की जांच की जाएगी
शपथ ग्रहण के पश्चात हस्ताक्षर युक्त शपथ पत्रों की जांच की जाएगी। ग्राम पंचायत के प्रधानों के शपथ पत्र जिला पंचायत राज अधिकारी के पास तथा सदस्यों के शपथ पत्र विकासखंड अधिकारी को सौंप दिया जाएगा। इन पत्रों को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी इन अफसरों की होगी। साथ ही जिला पंचायत राज अधिकारी तथा क्षेत्र पंचायत कार्यालय के नोटिस बोर्ड के साथ-साथ स्थानीय समाचार पत्रों और प्रचार माध्यमों से भी शपथ ग्रहण कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार कराया जाना सुनिश्चित किया जाए।” उन्होंने जोर देते हुए कहा है कि, “इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन किया जाएगा। किसी भी हालत में कोरोना महामारी के खिलाफ जारी लड़ाई को कमजोर नहीं होने दिया जाएगा।”

27 मई को पहली अनिवार्य बैठक आयोजित करें पंचायतें
शपथ ग्रहण के बाद अगले दिन 27 मई को नव-निर्वाचित ग्राम पंचायतों की अहम बैठक आहूत की जाएगी। समस्त ग्राम पंचायतों के कार्यकाल में समानता लाने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने यह फैसला लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली राज्य सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि पहली अनिवार्य बैठक में मुख्य रूप से कोरोना महामारी से उत्पन्न परिस्थितियों से कारगर तरीके से निपटने के विषय में ही चर्चा की जाए। क्योंकि इस वक्त सभी ग्राम पंचायतों के लिए कोरोना से बचाव सबसे जरूरी और महत्वपूर्ण मुद्दा है। 

6 महत्वपूर्ण समितियों का गठन करें
इसके अलावा चर्चा में शामिल मुख्य बिंदु व सुझाव को संकलित कर पंचायती राज निदेशालय के माध्यम से शासन को उपलब्ध कराया जाए। पहली बैठक के एजेंडे में ग्राम पंचायत में 6 समितियों के गठन की कार्यवाही का भी बिंदु रखा जाएगा। यथासंभव प्रथम बैठक में ही ये 6 समितियां गठित करा दी जाएं। लेकिन इस दौरान कोरोना महामारी से बचाव के लिए जरूरी गाइडलाइंस का पूरी तरह पालन होना चाहिए। 27 मई को पंचायतों की पहली अनिवार्य बैठक आयोजित कराने के बाद उसकी समरी रिपोर्ट 28 मई तक निदेशक पंचायती राज उत्तर प्रदेश को भेजी जाएगी।

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