दिल्ली: पहले मनोनीत पार्षदों को शपथ दिलाने को लेकर सदन में हंगामा

दिल्ली नगर निगम के लिए आज मेयर पद का चुनाव होना है। यह चुनाव काफी रोचक माना जा रहा है। आंकड़ों के मुताबिक आम आदमी पार्टी के पास सदन में बहुमत जरूर है। लेकिन भाजपा ने भी अपना मेयर पद का उम्मीदवार उतार दिया है। नंबर गेम में आम आदमी पार्टी भाजपा से बहुत ज्यादा आगे है। मेयर पद के उम्मीदवारों की बात करें तो आपकी तरफ से शैली ओबरॉय मैदान में हैं। वहीं, भाजपा की तरफ से रेखा गुप्ता हैं। कांग्रेस ने पहले ही कह दिया है कि वह इस चुनाव से दूरी बनाएगी। दूसरी ओर भाजपा और आम आदमी पार्टी अपने-अपने मेयर होने के दावे कर रहे हैं। इन सबके बीच जबरदस्त तरीके से हंगामा देखने को मिल रहा है। आम आदमी पार्टी और भाजपा के पार्षद आमने-सामने हैं। दोनों दलों के सदस्यों के बीच धक्का-मुक्की की भी नौबत आ गई। 

उपराज्यपाल की ओर से बीजेपी के पार्षद सत्या शर्मा को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया गया है जिस पर आम आदमी पार्टी विरोध जता रही है। वहीं, उपराज्यपाल की ओर से 10 बीजेपी पार्षदों को मनोनीत भी किया गया है। आम आदमी पार्टी इसे भी मुद्दा बना रही है। आप का कहना है कि मनोनीत पार्षद गैर कानूनी तरीके से सदन में भेजे गए हैं। उनको शपथ नहीं दिलाया जाना चाहिए। बीजेपी के पार्षद भी लगातार नारेबाजी कर रहे हैं। अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भाजपा की नारेबाजी लगातार जारी है। हंगामे की वजह से फिलहाल शपथ दिलाने की प्रक्रिया को रोक दिया गया है। अब तक सिर्फ एक ही मनोनीत पार्षद को शपथ दिलाया जा सकता है। 

आपको बता दें कि सात दिसंबर को ‘आप’ ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के 250 में से 134 वार्ड में जीत हासिल करके भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 15 साल तक चले शासन पर विराम लगा दिया था। चुनाव में भाजपा ने 104 वार्ड में जबकि कांग्रेस ने नौ सीटों पर जीत दर्ज की थी। एमसीडी अधिकारियों ने कहा कि महापौर पद के लिए तीन नामांकन मिले हैं जिनमें दो ‘आप’ से और एक भाजपा से है। ‘आप’ के सूत्रों ने कहा कि ‘आप’ का एक उम्मीदवार विकल्प के तौर पर (बैकअप) है। महापौर पद के लिए उम्मीदवार शैली ओबेरॉय और आशु ठाकुर (आप) और रेखा गुप्ता (भाजपा) हैं। 

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