महात्मा गांधी के देश में हिंसक आंदोलन की इजाजत नहीं दी जा सकती : अनिल विज

केंद्र के तीन नए विवादित कृषि कानूनों को लेकर किसानों और सरकार के बीच बना गतिरोध अब भी बरकरार है। हरियाणा में किसान अपनी मांगों को लेकर आए दिन जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में कुछ जगहों पर किसानों पर पुलिस के बीच हो रही घटनाओं को लेकर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने किसानों से संयम में रहने को कहा है।

अनिल विज ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, ”किसान आंदोलन दिन प्रतिदिन हिंसक होता जा रहा है। महात्मा गांधी के देश में हिंसक आंदोलन की इजाजत नहीं दी जा सकती। किसान नेता अपने आंदोलन को संयम में रखें।”

हरियाणा में धान खरीद में 10 अक्टूबर तक की देरी होने के बाद भारी संख्या में प्रदर्शनकारी किसान शनिवार को करनाल में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के आवास के बाहर जमा हो गए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड्स तोड़ दिए, जिसके बाद पुलिस ने उनके ऊपर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। ऐसा ही नजारा भाजपा विधायक असीम गोयल के आवास के बाहर भी देखा गया, जहां किसानों और पुलिस के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई।

झज्जर और अंबाला में प्रदर्शनकारी किसानों को पानी की बौछार 

हरियाणा पुलिस ने शुक्रवार को झज्जर और अंबाला में भाजपा और जजपा नेताओं के कार्यक्रमों का विरोध करने पहुंचे किसानों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार की थी। झज्जर में प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने बैरिकेड्स को पार कर उस स्थान पर जाने की कोशिश की, जहां उपमुख्यमंत्री एवं जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के नेता दुष्यंत चौटाला का एक समारोह में हिस्सा लेने के लिए आने का कार्यक्रम था। यह समारोह स्थल झज्जर में एक सरकारी महाविद्यालय था।

पुलिस ने कहा कि उसने समारोह स्थल के करीब पहुंच चुके प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार की, प्रर्दानकारियों में कुछ ने बैरिकेड्स को पार कर अंदर जाने की कोशिश की थी। झज्जर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एवं उपायुक्त कानून व्यवस्था को संभालने के लिए मौके पर पहुंच गए।

अंबाला जिले में भी पुलिस ने किसानों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार की। किसानों ने उस स्थल का मार्ग अवरुद्ध कर दिया था, जहां भाजपा नेताओं की एक बैठक होनी थी।

जैसे ही यह सूचना किसानों को मिली कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ओ.पी. धनखड़ और अंबाला के सांसद आर.एल. कटारिया पार्टी की बैठक के लिए आएंगे, वे वहां बड़ी संख्या में पहुंचने लगे। किसान धरने पर बैठ गए और उन्होंने सड़क जाम कर दी। पुलिस ने बताया कि उसने प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार की। गुरुवार को करनाल के इंद्री में भी किसानों ने ऐसा ही किया था। केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी किसान हरियाणा में भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार के कार्यक्रमों में बाधा पहुंचाने की लगातार कोशिश करते रहे हैं। 

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